भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने आज अपना चार दिवसीय भोपाल दौरा समाप्त किया और इस दौरान कांग्रेस ने उनसे व्यापमं घोटाले से जुडे सवाल पूछे जिससे मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार घिरी हुई है.
व्यापमं घोटाले के विवाद से घिरे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे और पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री अरविंद मेनन ने कल भागवत से अलग अलग मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने व्यापमं घोटाले पर चर्चा की.
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्र ने भागवत को पत्र लिखकर उन पर व्यापमं से जुडे विवाद को लेकर निशाना साधा. उन्होंने बताया, ‘‘मेरे पत्र में भागवत से सवाल है कि वह व्यापमं घोटाले में शामिल लोगों को क्यों बचा रहे हैं. संघ उच्च नैतिक मूल्यों की बात करता है और यह समय आ गया है कि वह मध्य प्रदेश में भ्रष्ट भाजपा सरकार के खिलाफ कार्रवाई करें.’’ पत्र के मुताबिक, ‘‘आपकी यात्र ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा सरकार, जो आपके दिशानिर्देशन और नियंत्रण में है, की इस देश के सबसे बडे घोटाले को लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो रही है.’’
संघ पर निशाना साधते हुए मिश्र के पत्र में लिखा गया है, ‘‘संघ और भाजपा ने हमेशा राजनीति में शुचिता की बात की है और भ्रष्टाचार, राजनीति में गिरावट, आतंकवाद, विदेशों में जमा काले धन के मुद्दों को उठाया है. लेकिन इसके उलट खासतौर पर मध्य प्रदेश में सरकार भगवा परिवार के विचारों के पूरी तरह विपरीत तस्वीर पेश करती है. ये चीजें क्यों हो रहीं हैं.’’