सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी : संसद सत्र के मद्देनजर विपक्ष का साझा मोर्चा बनने की होगी पहल
नयी दिल्ली : भारतीय राजनीति में इफ्तार पार्टी का आयोजन एक अहम तत्व बन गया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अब से थोडी देर बाद राजधानी में एक इफ्तार पार्टी का आयोजन करेंगी, जिसमें विपक्ष के सारे नेताओं को उन्होंने न्योता दिया है. इस इफ्तार पार्टी के सहसे अहम मेहमान होंगे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश […]
नयी दिल्ली : भारतीय राजनीति में इफ्तार पार्टी का आयोजन एक अहम तत्व बन गया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अब से थोडी देर बाद राजधानी में एक इफ्तार पार्टी का आयोजन करेंगी, जिसमें विपक्ष के सारे नेताओं को उन्होंने न्योता दिया है. इस इफ्तार पार्टी के सहसे अहम मेहमान होंगे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.
बिहार के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और नीतीश कुमार में दोस्ती पर सबकी नजरें टिकी हैं. मालूम हो कि पिछले दिनों दिल्ली में राहुल गांधी और नीतीश कुमार की बैठक भी हुई थी. उधर, पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद एक इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें दिल्ली के दौरे पर होने के कारण नीतीश कुमार के शामिल होने की संभावना नहीं है.
राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि इस इफ्तार पार्टी के आयोजन के माध्यम से सोनिया गांधी संसद के मॉनसून सत्र से पहले विपक्ष को एकजुट करना चाहती हैं. ध्यान रहे कि इसी महीने के चौथे सप्ताह से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने वाला है.
सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी सत्ताधारी नरेंद्र मोदी सरकार की संसद में जोरदार घेराबंदी के लिए पूर्व खाका तैयार करने से भी संबंधित है. कांग्रेस यह कहती रही है कि अगर नरेंद्र मोदी अपने दो मुख्यत्रियों राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे को ललितगेट मुद्दे पर और व्यापमं घोटाले के मुद्दे पर शिवराज सिंह चौहान को व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ललित मोदी से संबंधों को लेकर पद से नहीं हटाते हैं तो वह संसद सत्र नहीं चलने नहीं देगी.
जबकि सत्ताधारी भाजपा के लिए भूमि विधेयक, जीएसटी विधेयक सहित कई अहम विधेयकों के मद्देनजर यह सत्र बहुत अहम है. ऐसे में टकराव की पूरी संभावना है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कोई साझा मोर्चा तैयार करने की भी अनौपचारिक पहल इस इफ्तार पार्टी में कर सकती हैं.