तस्वीरों के बाद, हिजबुल आतंकवादियों ने प्रशिक्षण का वीडियो फेसबुक पर डाला
श्रीनगर: प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन ने सेना की वर्दी पहने अपने आतंकवादियों के प्रशिक्षण का एक वीडियो और चुटकुले एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर डाले हैं, जिसे सुरक्षा बलों के साथ एक मनोवैज्ञानिक लडाई के तौर पर देखा जा रहा है. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि आतंकवादियों की तस्वीरें हटाने की कवायद कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा […]
श्रीनगर: प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन ने सेना की वर्दी पहने अपने आतंकवादियों के प्रशिक्षण का एक वीडियो और चुटकुले एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर डाले हैं, जिसे सुरक्षा बलों के साथ एक मनोवैज्ञानिक लडाई के तौर पर देखा जा रहा है.
आधिकारिक सूत्र ने बताया कि आतंकवादियों की तस्वीरें हटाने की कवायद कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा किए जाने के पखवाडे भर के अंदर यह दुस्साहस दिखाया गया है. हालांकि, आतंकवादियों के लिए दुर्लभ होता है कि वे अपने चेहरे दिखाएं. सूत्रों ने बताया कि वीडियो में 11 आतंकवादियों को यारीपोरा के बागों में घूमते दिखाया गया है जो दक्षिण कश्मीर के शोपियां और कुलगाम के बीच स्थित है. उन्हें अपनी राइफलों में गोलियां भरते और चुटकुले सुनाते दिखाया गया है.
घाटी में इन हालात को करीबी रुप से देख रहे विश्लेषकों को लगता है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन मनोवैज्ञानिक लडाई में शामिल हैं. वे दुस्साहसिक तरीके से इन तस्वीरों और वीडियो को पोस्ट कर रहे हैं ताकि सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल तोडा जा सके, जिसने दक्षिण कश्मीर में संक्षिप्त विराम के बाद आतंकवाद रोधी नया अभियान छेड दिया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सोशल नेटवर्किंग साइट से इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस का ब्योरा मांगा है जहां से तस्वीरें डाली गई थीं और फिर हटा दी गई. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि आतंकी संगठन पता लगाए जाने से बचने के लिए आम तौर पर आईपी एड्रेस को छिपा देते हैं.
तस्वीरों की तरह वीडियो में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक पूर्व कांस्टेबल नसीर को दिखाया गया है जो मुफ्ती सईद के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा सरकार में मंत्री अलताफ बुखारी की गार्ड ड्यूटी में होने के दौरान दो एके 47 राइफल के साथ भाग गया था. घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के युवा चेहरे के रुप में उभरे तराल इलाके का निवासी बुरहान वानी भी वीडियो में अन्य लोगों के साथ है.
बुरहान और उसकी सराहना करने वाली तस्वीरें फेसबुक सहित सोशल नेटवर्किंग साइटों पर डाली गई थी जिन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने हटा दिया था लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता नहीं खत्म हुई.