आंध्रप्रदेश के हादसे में 29 मौत से उठा सवाल, क्या वीआइपी ट्रिटमेंट से गयी बेगुनाह लोगों की जान?

हैदराबाद :आंध्र प्रदेश के पुष्करम मेले में मची भगदड में 29 लोगों की मौत का मामला नया मोड ले रहा है. विपक्ष व प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि यह हादसा मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को वीआइपी ट्रिटमेंट देने के कारण हुआ. आज सुबह जब मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू वहां से स्नान करके निकले तो उसके कुछ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 10:51 AM
हैदराबाद :आंध्र प्रदेश के पुष्करम मेले में मची भगदड में 29 लोगों की मौत का मामला नया मोड ले रहा है. विपक्ष व प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि यह हादसा मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को वीआइपी ट्रिटमेंट देने के कारण हुआ. आज सुबह जब मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू वहां से स्नान करके निकले तो उसके कुछ ही देर बाद यह हादसा हो गया. प्रत्यदर्शियों के अनुसार, मुख्यमंत्री के आकर्षण को लेकर भी लोगों का उक्त स्थल पर जमाव हुआ. मुख्यमंत्री नायडू परिवार के साथ जैसे ही वहां से स्नान पूजन कर निकले गेट को खोल दिया गया और यह हृदयविदारक हादसा हो गया.
हादसे के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है. वाइएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी ने कहा है कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को इतने लोगों की मौत का पाप धोने के लिए काशी जाना चाहिए. वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. इस विशेष आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 18 हजार पुलिस बल को मेले के आयोजन की व्यवस्था के लिए तैनात किया है, पर इस हादसे से कई सवाल उठ खडे हुए हैं. बताया जा रहा है कि दुर्घटनास्थल के पास ऐंबुलेंस नहीं होने के कारण भी राहत बचाव में दिक्कत हुई और मरने वालों की संख्या बढ गयी.
आंध्रप्रदेश के राजामुंद्री जिले में गोदावरी तट पर लगेपुष्करममेले में आज सुबह मची भगदड में प्राप्त सूचना के अनुसार 25 महिलासहित 29 की मौत हो गयी.वहीं, 70 से अधिक लोग घायल हो गये हैं, जिसमें 20 की हालत नाजुक है.यह भगदड यहां के तीन घाटों पर मची है. घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में कराया जा रहा है. राहत बचाव दल घटना स्थल पर राहत कार्य में जुट गया है.
बारह साल में एक बार मनाए जाने वाले गोदावरी पुष्करम को इस बार खगोलीय दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जा रहा है क्योंकि यह महा पुष्करालू है जो 144 साल बाद पडता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदना है और घायलों के लिए साथ सबकी दुआएं है.
प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से से भी बातचीत की और पूरी घटना की जानकारी ली. उन्होंने लिखा कि राज्य सरकार सामान्य स्थिति बहाल करने की कोशिश कर रही है.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में नदियों की पूजा का उत्सव गोदावरी पुष्करम आज ही शुरू हुआ है, जो 144 साल में एक बार आता है.
बारह साल में एक बार मनाए जाने वाले पुष्करालू को इस बार खगोलीय दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जा रहा है क्योंकि यह महा पुष्करालू है जो 144 साल बाद पड़ता है.
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, उनकी पत्नी और पुत्र ने आंध्र प्रदेश में राजमुंदरी में पवित्र स्नान किया जहां गोदावरी नदी अपने पूरे उफान पर है.उन्होंने नदी की पूजा की और शंख बजाकर 12 दिन तक चलने वाले उत्सव का उद्घाटन किया.कांची के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती ने भी राजमुंदरी में पवत्रि स्नान किया.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य में आयोजन की शुरूआत करते हुए करीमनगर जिले के धर्मपुरी में पवित्र स्नान किया.पुष्करम कुंभ मेला के समान है जो नदियों के किनारे मनाया जाता है और पवित्र स्नान उत्सव की मुख्य परंपरा है.दोनों राज्यों की सरकारों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.

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