श्रीनगर : संदिग्ध पाकिस्तानी विशेष बलों द्वारा समर्थित आतंकियों के भारी घुसपैठ के प्रयास को भारतीय सेना ने विफल कर दिया है. वर्ष 1999 में करगिल के बाद से अब तक घुसपैठ के इस सबसे बडे प्रयास को विफल करके भारतीय सेना ने आज कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास स्थित केरन क्षेत्र में 15 दिन तक चले अपने अभियान को समाप्त कर दिया.
सेना की उत्तरी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल संजीव छाचरा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने केरन क्षेत्र में शुरु किए गए खोज अभियान को बंद करने के निर्देश दे दिए हैं लेकिन हमारी घुसपैठ-रोधी तैनाती को मजबूत किया जा रहा है. हम अब ऐसे अभियान शुरु करने जा रहे हैं, जो खुफिया जानकारी और निगरानी पर आधारित हैं ताकि हम चुनौतियों का सामना और उनका खात्मा कर सकें.’’ पिछले माह पाकिस्तान विशेष बलों द्वारा समर्थित आतंकियों के घुसपैठ के प्रयास को विफल करने के बाद सेना द्वारा कहा जा रहा है कि वह पिछले 15 दिनों से केरन क्षेत्र में एक संगठित खोज अभियान में जुटी थी.
सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के केरन क्षेत्र में आतंकियों द्वारा ‘घुसपैठ की दुस्साहसिक कोशिश’ को विफल कर दिया गया है.उन्होंने स्थिति के स्पष्ट करते हुए कहा कि घुसपैठ की कोशिश ‘कब्जा करने ’का कोई प्रयास नहीं था क्योंकि दुश्मन किसी उंचे स्थान पर नहीं बल्कि एक ‘नाले’ में बैठा था. वायुसेना दिवस की परेड से इतर जनरल सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘यह घुसपैठ की एक दुस्साहसिक कोशिश थी, जिसे विफल कर दिया गया है.’’ सेना प्रमुख ने कहा कि ऐसा लगता है कि केरन क्षेत्र में संलिप्त आतंकियों में से 7 आतंकी वहां से हट गए और फिर उन्होंने दूसरे इलाकों से घुसपैठ की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें गोली से मार गिराया.
जनरल सिंह से पूछा गया था कि क्या केरन क्षेत्र में स्थिति ‘बेहद खराब’ है ,जहां भारतीय सेना के जवानों और पाकिस्तानी विशेष बलों के समर्थित आतंकियों के बीच पिछले 15 दिनों से मुठभेड़ जारी है.
वायुसेना प्रमुख एन ए के ब्राउन ने कहा कि सेना इस स्थिति से निपटने में सक्षम है और उन्होंने मीडिया से थोड़ा धैर्य रखने के लिए कहा. सेना भारतीय सीमा के लगभग 300-400 मीटर भीतर स्थित केरन क्षेत्र में 35-40 घुसपैठियों से लड़ रही है और कई वरिष्ठ कमांडरों ने स्थिति की समीक्षा के लिए वहां का दौरा किया है.जनरल सिंह से पूछा गया कि क्या वह खुद उस क्षेत्र का दौरा करेंगे जहां अभियान जारी है? लेकिन उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ‘‘कृपया इंतजार करें और सेना के कमांडर को इसपर टिप्पणी करने दें. मुझे खुद स्थिति का जायजा लेना है.’’