भाजपा ने कहा, जीजा साला की परंपरा को ”आप” ने आगे बढ़ाया, केजरीवाल ने दी स्वाति की नियुक्ति पर सफाई
नयी दिल्ली : नयी तरह की राजनीति करने के दावे के साथ राजनीति में आयी आम आदमी पार्टी पर भी अब वैसे ही आरोप लगने लगे हैं जैसे भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों पर लगते रहे हैं. दिल्ली महिला आयोग की नयी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर बवाल मचा हुआ है. आप स्वाति मालिवाल जयहिन्द […]
नयी दिल्ली : नयी तरह की राजनीति करने के दावे के साथ राजनीति में आयी आम आदमी पार्टी पर भी अब वैसे ही आरोप लगने लगे हैं जैसे भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों पर लगते रहे हैं. दिल्ली महिला आयोग की नयी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर बवाल मचा हुआ है. आप स्वाति मालिवाल जयहिन्द के नाम पर सहमति जता रही है और इनकी नियुक्ति लगभग तय मानी जा रही है. इस नियुक्ति को लेकर कांग्रेस और भाजपा ठीक उसी तरह सवाल खड़े कर रही है जैसे आम आदमी पार्टी परिवारवाद पर पहले सवाल खड़े करती थी.
आरोपों को आप ने किया खारिज
आप परिवारवाद के आरोप को पूरी तरह खारिज कर रही है. आप का कहना है कि अरविंद केजरीवाल और स्वाति का कोई रिश्ता नहीं है. मीडिया में गलत खबरें चल रही है और जो लोग इस तरह के आरोप लगा रहे हैं उन्हें बाद में पछताना होगा. आप नेता संजय सिंह ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्वाति ने पार्टी के लिए खूब काम किया है. उनकी मेहनत और योग्यता को ध्यान में रखकर ही उन्हें यह पद दिया गया है. अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट करके इस पूरे मामले पर सफाई दी और स्वाति और उनके बीच क्या रिश्ता है उसे एक तंज के जरिये समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा, कुछ मीडिया हाउस और विपक्षी नेता यह आरोप लगा रहे हैं कि स्वाति मेरी बहन है यह पूरी तरह बकवास है. उससे मेरा संपर्क भी कई दिनों से नहीं है. इसके बाद उन्होंन एक औऱ ट्वीट किया जिसमें लिखा वो मेरे चाचा की साली के जीजा की भतीजी के ससुर की भांजी के भतीजे की साली के भाई की बेटी है.
क्यों मुखर हो रही है आवाज
दरअसल स्वाति की नियुक्ति पर उठ रहे सवाल उनके नाम के साथ जुड़े जयहिन्द शब्द के कारण भी ज्यादा सुर्खियां बटोर रहे हैं. स्वाति हरियाणा के आप प्रभारी नवीन जयहिन्द की पत्नीहैं. स्वाति ने अरविंद केजरीवाल के एनजीओ के लिए भी खूब काम किया है. विरोधी पार्टियां आरोप लगा रही है कि अरविंद उन्हें उसी मेहनत का ईनाम दे रहे हैं. नवीन जयहिन्द और अरविंद केजरीवाल के बीच काफी नजदीकी है. हरियाणा से आप का राष्ट्रीय चेहरा रहे योगेन्द्र यादव को पार्टी से निकाले जाने में नवीन जयहिन्द की भी भूमिका मानी जाती है. अक्सर अखबारों में दोनों के बीच खटपट की खबरें आती रही.
क्या अपने नेताओं को बचाना चाहती है पार्टी ?
महिलाआयोगकीमौजूदाप्रमुख बरखा सिंह ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी अपने खासमखास को इसलिए यह पद दिला रही ताकि आप के नेताओं पर चल रहे मामलों को दबाया जा सके. गौरतलब है कि आप के नेता सोमनाथ भारतीपर लगे पत्नी उत्पीडन के आरोप का भी महिला आयोग जांच कर रहा है.
हम इसी राजनीति के खिलाफ थे
आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और जानेमाने वकील प्रशांत भूषण ने कहा, हम इसी तरह की राजनीति के खिलाफ थे. अगर इस पद पर किसी की नियुक्ति करनी थी तो इसकी एक प्रक्रिया होती है. दिल्ली सरकार को इसके लिए आवेदन मांगने चाहिए और एक प्रक्रिया के तहत नियुक्ति करनी चाहिए.
प्रशांत भूषण ने कहा, भाजपा ने पूछा ये रिश्ता क्या कहलाता है?
भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने इस नियुक्ति पर सवाल खड़े किये. उन्होंने आप पर निशाना साधते हुए कहा, जो परंपरा कांग्रेस ने शुरू की थी उस जीजा साले की परंपरा को आप ने आगे बढ़ाया है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है.