व्यापमं घोटाला : चौहान के इस्तीफे की मांग के साथ कांग्रेस का मप्र बंद शुरू
भोपाल : मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी का व्यापमं घोटाले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर ‘मध्यप्रदेश बंद’ आज शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ थे. यादव कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सुबह […]
भोपाल : मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी का व्यापमं घोटाले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर ‘मध्यप्रदेश बंद’ आज शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ थे. यादव कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सुबह कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के यहां श्यामला हिल्स स्थित बंगले पर पहुंचे. इसके बाद दोनों नेताओं ने बंद के समर्थन में शहर के विभिन्न इलाकों में भ्रमण किया.
इस मौके पर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढाने के लिये सिंह ने कुछ दूरी तक बाइक भी चलाई. बाद में उन्होने अपनी कार से शहर के विभिन्न इलाकों का भ्रमण किया. मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा, ‘बंद पूरी तरह सफल है और जनता ने बंद का भारी समर्थन किया है.’ कई स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बंद का समर्थन करने के लिये लोगों को गुलाब के फूल भी भेंट किये. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिये प्रदेश के सभी मुख्य शहरों में पर्याप्त संख्या में पुलिस दल तैनात किया गया है.
हालांकि मध्यप्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ हितेश बाजपेयी ने कांग्रेस के बंद के दावे को पूरी तरह खोखला बताते हुए कहा, ‘प्रदेश में बाजार सामान्यत: 11 बजे के बाद ही खुलते हैं.’ ईद के त्यौहार के ठीक पहले मध्यप्रदेश बंद के आयोजन को लेकर मुस्लिम समुदाय के कुछ तबकों द्वारा बंद का समर्थन नहीं किया गया था. एक वरिष्ठ मुस्लिम पत्रकार ने इस संबंध में कहा, ‘कांग्रेस इस बंद को ईद के बाद भी आयोजित कर सकती थी.
आखिरकार हमें ईद के मौके पर कई वस्तुओं की खरीदी करनी होती है. उन्होंने कहा कि ईद 18 या 19 जुलाई को हो सकती है जबकि बोहरा समुदाय की ईद तो बंद के दूसरे ही दिन 17 जुलाई को है. इस बीच कुछ व्यापारियों ने शहर के व्यस्त चौक बाजार क्षेत्र में बंद के खिलाफ में बैनर लगाये हैं और समाचार पत्रों में बंद के खिलाफ विज्ञापन भी प्रकाशित कराये हैं.