मोदी सरकार की पाक नीति अंतरराष्ट्रीय मजाक : कांग्रेस

नयी दिल्ली: पाकिस्तान द्वारा फिर से संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने के साथ ही तनाव बढने के बीच कांग्रेस ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के तहत भारत की पाकिस्तान नीति एक अंतरराष्ट्रीय मजाक बन गयी है. पार्टी प्रवक्ता आर पी एन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री को साफ तौर पर बताना चाहिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 8:47 PM

नयी दिल्ली: पाकिस्तान द्वारा फिर से संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने के साथ ही तनाव बढने के बीच कांग्रेस ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के तहत भारत की पाकिस्तान नीति एक अंतरराष्ट्रीय मजाक बन गयी है.

पार्टी प्रवक्ता आर पी एन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री को साफ तौर पर बताना चाहिए कि उफा में पाकिस्तान के साथ तथाकथित संयुक्त बयान से भारत को क्या हासिल हुआ. पाकिस्तान पिछले 15 महीनों से हमें पीठ पर वार कर रहा है.
पडोसी देश की यात्रा के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आमंत्रण को तुरंत स्वीकार करने के लिए मोदी पर हमला बोलते हुए सिंह ने कहा कि उन्हें देश के सामने स्पष्ट करना चाहिए कि फैसला लेने में क्या जल्दबाजी थी क्योंकि पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की है
सिंह ने कहा, 800 से ज्यादा बार संघर्षविराम के उल्लंघन हो चुके हैं. कम से कम एक दर्जन सैनिकों की जान चली गयी है और भाजपा के सत्ता में आने के बाद से 18 नागरिक भी मारे जा चुके हैं. लेकिन मोदी ने पाकितान नीति के संदर्भ में अपनी तथाकथित जीत दर्ज कराने के लिए इन सभी बलिदानों की अनदेखी की.
उन्होंने याद किया कि मनमोहन सिंह ने बतौर प्रधानमंत्री अपने 10 साल के कार्यकाल में एक बार भी पाकिस्तान की यात्रा नहीं की.सिंह ने कहा कि राष्ट्रवाद के संबंध में अपनी वाकपटुता के बीच भाजपा जम्मू कश्मीर से निपटने में दिन प्रति दिन नाकाम रही है तथा पाकिस्तान से निपटने के मामले में उसकी नीति पूरी तरह से दिशाहीन और शर्मनाक है.
जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था को भंग करने के प्रयासों की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि आज श्रीनगर और अनंतनाग में प्रर्दशनकारियों ने पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहाराए.
उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था को बाधित करने की ऐसी ही घटना कल श्रीनगर में भी हुयी जब प्रधानमंत्री जम्मू में थे.कांग्रेस नेता ने ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.

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