सोनिया के संन्यास लेने की बात गलत
नयी दिल्ली :सोनिया गांधी के संन्यास से संबंधित खबर को कांग्रेस ने गलत करार दिया है. कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि सोनिया गांधी ने संन्यास से संबंधित कोई इच्छा प्रकट नहीं की है. गौरतलब है कि पत्रकार राशिद किदवई द्वारा लिखित एक पुस्तक में इस बात का जिक्र किया गया है कि […]
नयी दिल्ली :सोनिया गांधी के संन्यास से संबंधित खबर को कांग्रेस ने गलत करार दिया है. कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि सोनिया गांधी ने संन्यास से संबंधित कोई इच्छा प्रकट नहीं की है. गौरतलब है कि पत्रकार राशिद किदवई द्वारा लिखित एक पुस्तक में इस बात का जिक्र किया गया है कि सोनिया गांधी 2016 में संन्यास ले लेंगी.
पत्रकार राशिद किदवई ने अपनी किताब 24 अकबर रोड के नये संस्करण में यह इस बात का जिक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि सोनिया ने अपने इस फैसले से कांग्रेसियों को पिछले साल ही अवगत करा दिया है.
सोनिया के इस फैसले कांग्रेसियों को शॉक लग गया है. सोनिया के इस फैसले के बाद राहुल पर कार्यभार संभालने का दबाव बढ गया. लेकिन उस वक्त राहुल घबरा गये. मनमोहन सिंह ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने, अंतत: उन्हें जयपुर के चिंतन शिविर में उपाध्यक्ष पद से नवाजा गया.
किदवई के अनुसार, राहुल के उपाध्यक्ष पद पर आसीन होने के बावजूद कांग्रेसी नेता सोनिया गांधी के रिटायरमेंट की समयसीमा नजदीक आने के कारण परेशान हैं. किताब में कहा गया है कि जयपुर शिविर में राहुल की ताजपोशी के समय कई कांग्रेसी नेता नर्वस दिखाई दे रहे थे.
किताब में एक अनाम कांग्रेस नेता के हवाले से कहा गया है कि राहुल के वास्तविक प्रभाव का पता उनकी नीतियों, योजनाओं व कार्यप्रणाली से चलेगा. सोनिया को एक सहनशील नेता के रूप में देखा जाता है, जो अनुशासन को जबरदस्ती लागू करने से बचती हैं लेकिन विरोधियों पर हमला बोलने में कोई ढिलाई नहीं बरतती हैं.