नई दिल्ली : भारत और इस्रराइल विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिये एक संयुक्त कोष बनायेंगे जो कि एक साल के भीतर शुरु हो जायेगा.
इस्रराइल के आर्थिक मंत्री नफतली बेनेट ने यहां कहा ‘‘हम एक संयुक्त अनुसंधान एवं विकास कोष बनाने पर सहमत हुये हैं जिसमें इस्रराइल और भारतीय कंपनियां भागीदार होगी और फिर कोष के लिये आवेदन करेंगी और फिर अनुसंधान एवं विकास परियोजना की 50 प्रतिशत लागत के लिये ऐसा करेंगी.’’ उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर ‘‘हमारे पास यह कोष होगा जिसमें कि अच्छीखासी रकम होगी.’’ इस कोष की प्रगति की निगरानी के लिये एक संयुक्त समूह बनाया गया है.
अपनी भारत यात्रा के बारे में बेनेट ने कहा कि उनकी यह यात्रा भारत और इस्रराइल के बीच रिश्तों को और बेहतर बनाने के लिये है. उन्होंने कहा ‘‘मैं इस पर पूरा विश्वास करता हूं कि कूटनीति पूरी तरह से आर्थिक कूटनीति होनी चाहिये, हमें मिलकर कारोबार करना चाहिये, हमें एक दूसरे की मदद करनी चाहिये और इसके जरिये हम आपसी रिश्तों को और बेहतर बना सकते हैं.’’