अधिशेष कोयले पर गठित समिति जल्द सौंपेगी सिफारिशें:मोंटेक
नयी दिल्ली : योजना आयोग के सदस्य बी.के. चतुर्वेदी की अध्यक्षता वाली समिति निजी इस्तेमाल वाली कोयला खानों के अधिशेष कोयले के उपयोग के बारे में रिपोर्ट जल्द सौंप सकती है. योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिहं अहलूवालिया ने आज यहां एक उद्योग मंडल के कार्यक्रम के अवसर पर कहा ‘‘मेरा मानना है कि समिति, […]
नयी दिल्ली : योजना आयोग के सदस्य बी.के. चतुर्वेदी की अध्यक्षता वाली समिति निजी इस्तेमाल वाली कोयला खानों के अधिशेष कोयले के उपयोग के बारे में रिपोर्ट जल्द सौंप सकती है.
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिहं अहलूवालिया ने आज यहां एक उद्योग मंडल के कार्यक्रम के अवसर पर कहा ‘‘मेरा मानना है कि समिति, जल्द ही सहमति पर पहुंचेगी और मुङो लगता है कि समिति जल्द सिफारिशें सौंपेगी.’’अहलूवालिया ने कहा कि उंचे दाम पर आयात करने के बजाये घरेलू स्तर पर अधिशेष कोयले का इस्तेमाल करना बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि आयोग आयात पर निर्भरता कम करने और आर्थिक तंत्र में कोयला आपूर्ति बढ़ाने के लिये हर संभव प्रयास कर रहा है.
चतुर्वेदी समिति का गठन इस साल की शुरुआत में किया गया था. समिति निजी इस्तेमाल के लिये आवंटित कोयला खानों में बचे कोयले के बेहतर इस्तेमाल की संभावनाओं को तलाश रही है ताकि देश में कोयले की तंगी को दूर किया जा सके. देश में कोयले की कुल खपत 77 करोड़ 28 लाख टन है जबकि 2012-13 में देश में इसका उत्पादन 55 करोड 76 लाख टन रहा है. मांग और आपूर्ति के फासले को मुख्य तौर इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया से आयात के जरिये पूरा किया जाता है.