नयी दिल्ली : मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही अपने वर्तमान सदस्य दिलीप सिंह भूरिया और 13 पूर्व सदस्यों के पिछले दिनों हुए निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी. वहीं टीवी रिपोर्ट की माने तो सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करके उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा लेकिन सोनिया गांधी ने उनको भाव नहीं दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने सपा प्रमुख से बात की.
राज्यसभा में ललित मोदी मामले को लेकर जोरदार हंगामा हुआ जिसके कारण खबर लिखे जाने तक कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी. कांग्रेस ललित मोदी मामले को लेकर सदन में चर्चा की मांग कर रहा था. सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार थी लेकिन विपक्ष वोटिंग के नियम के तहत चर्चा की मांग कर रहा था जबकि इसपर सरकार नियम 267 पर चर्चा कराने को तैयार थी.
आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी नरेंद्र मोदी सरकार को झटका देते हुए कहा कि भूमि बिल पर उनकी पार्टी सरकार का समर्थन नहीं करेगी. मायावती ने कहा कि व्यापमं घोटाला और ललित मोदी मामला काफी गंभीर है. इस मामले को लेकर मायावती ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का इस्ताफा मांगा.
आज सुबह लोकसभा की कार्यवाही राष्ट्रगान की धुन से शुरू हुई. मानसून सत्र के अवसर पर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा नेता मुलायम सिंह यादव सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के तमाम नेता उपस्थित थे. कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन में आने पर मोदी ने विपक्षी बेंचों की ओर जाकर सोनिया गांधी सहित विपक्षी दलों के सभी नेताओं का अभिवादन किया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने तेलंगाना के वारांगल से टीआरएस सदस्य श्रीहरि कादियाम के 11 जून को इस्तीफा देने और उसे स्वीकार किए जाने की सदन को सूचना दी. भाजपा के सदस्य 71 वर्षीय दिलीप सिंह भूरिया 24 जून को निधन हो गया था.
सदन ने भूरिया के अलावा उन 13 पूर्व सदस्यों को भी श्रद्धांजलि दी जिनका पिछले दिनों निधन हो गया. जिन पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई वे हैं : इस्माइल हुसैन, डेनजिल बी एटकिनसन, शेषराव देशमुख, राणा वीन सिंह, मनोरंजन भक्त, शीला कौल, शशि प्रकाश, चांद राम, राजशेखर सिंह, प्रतापसिंह शंकर राव मोहिते, एसएम भट्टम, मोरेशवर सावे और नामदेव हरबाजी दिवा. इनके सम्मान में सदस्यों ने खडे होकर कुछ क्षणों का मौन रखा और उसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी.