नयी दिल्ली : दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर की गई स्वाति मालीवाल की नियुक्ति यह कहते हुए रद्द कर दी कि इस मामले में उनसे स्वीकृति नहीं ली गई थी. इसके कारण उपराज्यपाल और केजरीवाल सरकार के बीच एक बार फिर टकराव की स्थिति पैदा हो गई है.
वरिष्ठ नौकरशाहों की नियुक्ति एवं स्थानांतरण को लेकर जंग और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले भी आमने सामने आ चुके हैं. उपराज्यपाल ने स्वाति की नियुक्ति को ‘अधिकार से इतर’ करार देते हुए इसे रद्द कर दिया.उपराज्यपाल के कार्यालय ने मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर कहा कि वह इस नियुक्ति को मान्यता नहीं देता है क्योंकि नियमानुसार उपराज्यपाल की मंजूरी नहीं ली गई है.
स्वाति ने आज कहा, ‘मेरा उपराज्यपाल कार्यालय या दिल्ली सरकार से इस मामले पर कोई संवाद नहीं हुआ है. मैं अपना काम कर रही हूं. मैं अपना काम करना जारी रखूंगी, भले ही मैं इस पद पर रहूं या नहीं रहूं.’इस मामले के बाद उपराज्यपाल और केजरीवाल सरकार के बीच टकराव और बढने की आशंका है.स्वाति ने आनंद परबत हत्या मामले पर चर्चा के लिए गत सोमवार को उपराज्यपाल से मिलने की तत्काल मंजूरी मांगी थी. आनंद परबत में दो युवकों ने 19 साल की एक लडकी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को कहा है कि महिलाओं की गरिमा को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. वह बिना पूर्वाग्रहों के आयोग का नेतृत्व करेंगी. सोमवार को आयोग की अध्यक्ष के तौर पर काम संभालने के बाद स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह एक समिति बनायेंगी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्यों के विशेषज्ञ शामिल होंगे. यह समिति महिलाओं के लिए दिल्ली को सुरक्षित बनाने पर काम करेगी. समिति इसके लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार करेगी. स्वाति मालीवाल ने कहा, क्या किसी के लिए पति से ज्यादा कोई प्रिय हो सकता है? अगर मेरे पति भी कुछ गलत करते हैं तो उनको भी नहीं बख्शा जायेगा.
आपको बता दें कि मालीवाल की नियुक्ति का कांग्रेस और भाजपा ने विरोध किया था. दोनों दलों ने आम आदमी पार्टी पर फैमिली पॉलिटिक्स को अपनाने का आरोप लगाया था. मालीवाल हरियाणा के आम आदमी पार्टी के नेता नवीन जयहिंद की पत्नी हैं, जिसके चलते ही विपक्षी दलों ने उन्हें डीसीडब्लू के अध्यक्ष चुने जाने को लेकर विरोध किया. स्वाति ने कहा, मैं नवीन जयहिंद की पत्नी हूं, लेकिन 2006 से मैं कई आंदोलनों में जमीनी स्तर से जुड़ी रही हूं. मैं झुग्गी-झोपड़ियों में रह चुकी हूं और बिहार में आयी बाढ़ के पीड़ितों की मदद भी कर चुकी हूं. ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट की कोर कमेटी की मैं सबसे छोटी सदस्य थी. मेरी शादी 2013 में हुई थी.