ISIS का झंडा जलाने पर जम्मू-कश्मीर में हिंसा और तनाव के बाद लगा कर्फ्यू
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में कई बार आइएसआइएस का झंडा लहराये जाने के बाद राजौरी में कथित रूप से पिछले दिनों हिंदुवादी संगठन की ओर से आइएस का झंडा जलाये जाने के बाद सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया. मंगलवार को भी तनाव कम नहीं होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है. कर्फ्यू के बाद […]
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में कई बार आइएसआइएस का झंडा लहराये जाने के बाद राजौरी में कथित रूप से पिछले दिनों हिंदुवादी संगठन की ओर से आइएस का झंडा जलाये जाने के बाद सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया. मंगलवार को भी तनाव कम नहीं होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है. कर्फ्यू के बाद भी जनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. कई कर्फ्यू इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया है.
हालात को काबू में नही देख स्थानीय पुलिस ने सेना को मदद के लिए बुलाया है. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का आरोप है कि जलाये गये झंडों पर कुछ धार्मिक लाइनें लिखी थीं. इसके विरोध में उन्होंने बंद का आह्रवान किया था. वे हिन्दुवादी संगठन के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. प्रशासन ने दोनों पक्षो से शांति बनाये रखने की अपील की है. बीते दिन शहर के पुराने इलाकों में लोगों ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए पुलिसवालों पर पथराव किया था.
प्रदर्शकारियों को रोकने लिए और भीड़ तो तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. राजौरी की जिलाधिकारी दीप्ति उप्पल ने बताया कि मंगलवार को कर्फ्यू की अवहेलना करने वाले 15 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया. उन्होंने साथ ही कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने बताया ‘चार या चार से अधिक लोगों को एक जगह एकत्र होने से रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गयी थी लेकिन लोग फिर भी प्रतिबंधों को तोडने का प्रयास कर रहे थे. ऐसे में शहर में कर्फ्यू लगाना आवश्यक हो गया था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले वीएचपी कार्यकर्ताओं द्वारा आइएस का झंडा जलाये जाने की खबर के बाद स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. राजौरी में समुदाय विशेष ने धार्मिक पंक्तियां लिखे झंडे को जलाने वाले वीएचपी और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं किये जाने पर ‘बंद’ की धमकी दी. उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने दोनों समुदायों से शांति की अपील की. सिंह ने हालांकि वीएचपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से इंकार कर दिया.
मंगलवार को मुख्यमंत्री मुफ्ती और राज्यपाल वोहरा से मिले अजीत डोभाल
इस्लामिक स्टेट और अन्य आतंकवादी संगठनों के झंडे लहराने से युवाओं के कट्टरपंथ की ओर जाने की आशंका वाली खबरों के बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एके डोभाल कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को यहां पहुंचे. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि डोभाल आज सुबह यहां पहुंचे और उन्होंने मुफ्ती मोहम्मद सईद से उनके आवास पर मुलाकात की. सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बीच बैठक का एजेंडा सुरक्षा संबंधी मुद्दे थे. उन्होंने कहा कि दोनों के बीच क्या बात हुई, इस बारे में जानकारी नहीं मिली है.
उन्होंने कहा कि संभावना है कि इस्लामिक स्टेट और लश्कर ए तैयबा जैसे संगठनों के झंडे फहराये जाने और विशेषकर दक्षिण कश्मीर क्षेत्र ‘देश में पैदा’ उग्रवादियों के उभार जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. सूत्रों ने कहा कि यहां राजभवन में ठहरे डोभाल ने इस विषयों पर राज्यपाल एनएन वोहरा से भी चर्चा की. सूत्रों ने कहा कि राज्य के शीर्ष सुरक्षा एवं खुफिया अधिकारियों द्वारा घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियानों से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को अवगत कराये जाने की संभावना है. डोभाल आज दिल्ली लौट गये.