नयी दिल्ली : कांग्रेस की संसद में व्यवधान डालने की तरकीबांे को मीडिया में लीक करने पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया ने बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की खिंचाई की. सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर गुस्सा नहीं करनेवाली सोनिया वाकई में थरूर पर जमकर बरसीं. उन्होंने बताया कि पार्टी अध्यक्ष उनसे कोई स्पष्टीकरण नहीं सुनना चाहती थी. थरूर पर सोनिया का गुस्सा इस बात को लेकर था कि एक रणनीतिक बैठक में उन्होंने संसद में व्यवधान डालने की पार्टी की तरकीबों का, जो विरोध किया था उसे उन्होंने मीडिया के सामने जाहिर क्यों कर दिया. कांग्रेस में एक बड़ा धड़ा है, खासतौर पर युवा सांसद जो चाहते हैं कि पार्टी ललित मोदी विवाद और व्यापमं घोटाले से पैदा हुए हालात अधिकतम लाभ उठाते हुए सरकार को घेरे.
बेनाम सूत्रों के हवालों से मिली खबरों के मुताबिक, मंगलवार की रणनीतिक बैठक में थरूर ने ‘व्यवधान डालने की तरकीब’ के खिलाफ अपनी बात कही थी. उन्होंने कहा था कि व्यवधान डालने की तरकीबें (भाजपा के विपक्ष में रहने के दौरान अपनाये गये रुख का दोहराव है) जो असरदार नहीं हो सकता है. उन्होंने इसके पीछे तीन वजहें गिनायी थी. पहला यह कि कांग्रेस संख्या बल में सिर्फ 44 है, जबकि भाजपा के पिछले लोकसभा में विपक्ष में रहने के दौरान 110 से अधिक सदस्य थे. दूसरा, यह स्पष्ट नहीं है कि शेष विपक्ष कांग्रेस के साथ आयेगा या नहीं. तीसरा, समझा जाता है कि थरूर ने तर्क दिया कि सरकार, जैसा कि पूरी संभावना है, विपक्षी हमले का मुकाबला करेगी.
थरूर ने दलील दी कि इसके बजाय कांग्रेस को सभी मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए. चाहे वह व्यापम या ललित मोदी प्रकरण हो और तथ्य एवं आंकड़े पेश करने चाहिए. नरेंद्र मोदी सरकार को भाजपा नेताओं की संलिप्तता वाले विभिन्न घोटालों को लेकर घेरने के लिए कांग्रेस के कोई कसर नहीं छोड़ने के बीच थरूर को सोनिया की फटकार लगी है. गौरतलब है कि कुछ समय पहले थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की थी, जिससे विवाद पैदा हुआ था.