नयी दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा भले ही व्यपामं घोटाला और ललित गेट के कारणचल नहीं पा रहे लेकिनप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गतिरोध के बीच राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड में दिए शशि थरूर के भाषण की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, शशि थरूर ने जो कहा वह वायरल हो गया लोगों ने उसे खूब पसंद किया है. प्रधानमंत्री ने कल लोकसभा में सोनिया गांधी से भी उनका हाल पूछा था.
राज्यसभा में ललित मोदी प्रकरण तथा व्यापमं घोटाले को लेकर संसद के दोनों सदनों में जारी गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित विपक्ष के कुछ नेताओं और सदस्यों से मुलाकात की. दोपहर बारह बजे उच्च सदन की बैठक शुरु होने पर कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सभापति हामिद अंसारी ने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
बैठक स्थगित किए जाने से कुछ ही क्षण पहले मोदी उच्च सदन में आए और उन्होंने सभापति का अभिवादन किया. मोदी अपनी सीट पर बैठ भी नहीं पाए थे कि हंगामे के कारण सभापति ने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद वह विपक्षी सदस्यों की ओर बढ़ गए.
मुस्कुराते हुए मोदी ने विपक्षी सदस्यों से मुलाकात की. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह से हाथ मिलाया और कुछ देर तक उनसे के साथ बातें करते रहे. मोदी ने कांग्रेस के नेता मधुसूदन मिस्त्री से भी हाथ मिलाया जिन्हें उन्होंने लोकसभा चुनाव में वडोदरा सीट से हराया था. कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा का मोदी ने हाथ जोड कर अभिवादन किया.
तीसरी पंक्ति में बैठे कांग्रेस के जयराम रमेश तक तो मोदी नहीं पहुंचे लेकिन दूर से उनकी ओर देख कर उन्होंने हाथ हिलाया. प्रधानमंत्री ने राकांपा के शरद पवार, जदयू के शरद यादव, बसपा की मायावती से भी हाथ जोड कर अभिवादन किया. विपक्षी सदस्यों से मिलने के बाद मोदी अपने स्थान पर लौट रहे थे तो उन्होंने भाकपा के डी राजा से भेंट की. इसके बाद वह अपनी सीट की ओर आए और अपनी पार्टी के नेताओं से मिले.
फिर उन्होंने सदन से बाहर का रुख किया. उस समय विनय कटियार पार्टी नेताओं से बात कर रहे थे और मोदी की तरफ उनकी पीठ थी. पीछे से मोदी ने कटियार की पीठ थपथपाई. गुजरात के नेताओं ने झुक कर मोदी का अभिवादन किया. विपक्षी नेताओं से प्रधानमंत्री की इस सौहाद्र्रपूर्ण मुलाकात को केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, मध्यप्रदेश तथा राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की विपक्ष की मांग के चलते संसद में आज लगातार तीसरे दिन जारी गतिरोध को दूर करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.