जम्‍मू कश्‍मीर में बादल फटने से दो की मौत, कई फंसे

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में देर से आई मानसून के बाद भी मौसम की मार से लागे परेशान हैं. शुरुआती मानसून में ही भरी बारिश से जन जीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त है. ताजी घटना में अमरनाथ बेस कैंप में बादल फटने से 2 लोगों की मौत हो गई है. अमरनाथ यात्रा के रास्‍ते में आने वाले एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2015 9:04 AM

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में देर से आई मानसून के बाद भी मौसम की मार से लागे परेशान हैं. शुरुआती मानसून में ही भरी बारिश से जन जीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त है. ताजी घटना में अमरनाथ बेस कैंप में बादल फटने से 2 लोगों की मौत हो गई है. अमरनाथ यात्रा के रास्‍ते में आने वाले एक पड़ाव गांदरबल में अहले सुबह बादल फटने से भारी बारिश हुई. बादल फटने से जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनमें एक बच्ची और एक शख्स शामिल है जबकि 10 अन्‍य तीर्थयात्रियों के घायल होने की खबर है.

इससे पहले भी पिछले हफ्ते गांदरबल में बादल फटने से तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. याद रहे कि अमरनाथ यात्रा अपने अंतिम चरण में है, जिसकी वजह से गांदरबल में अमरनाथ तीर्थयात्रियों की काफी भीड़ जमा है. सुरक्षाकर्मियों और एसडीआरएफ के जवानों ने बालटाल में रिलीफ का काम शुरू कर दिया है. अमरनाथ यात्रियों को कैंप से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. जोजिला दर्रे में सड़कों को भी नुकसान हुआ है. 11 लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं.

कुल्लू में बादल फटने से 12 पुल, 15 पवन चक्कियां बहीं, 250 यात्री फंसे

शिमला के कुल्लू जिले के निरमंड इलाके में बादल फटने से 12 पुल और 15 पवन चक्कियां बह गईं जबकि श्रीखंड यात्रा से लौट रहे 250 से अधिक श्रद्धालु सिंघर और थाचरु के बीच फंस गये हैं. चयाल और दीम पंचायतों के प्रमुखों क्रमश: सांदेव और पूरन ठाकुर ने बताया कि बागीर में 70 आवासों और दमार गांवों पर खतरा मंडरा रहा है.

उन्होंने बताया कि बादल फटने से संपर्क सडक टूट गये हैं और सैकडों पेड़ बह गये हैं जबकि फंसे हुए श्रद्धालु निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच, क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है. स्थानीय मौसम कार्यालय ने निचले, मध्यम और ऊंचे पर्वतीय स्थानों पर अगले छह दिनों में बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है.

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