सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने निर्भया मामले का हवाला दिया, मीडिया ट्रायल को नकारा
चेन्नईः निर्भया बलात्कार मामले के दौरान न्यायपालिका पर दबाव का हवाला देते हुए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश कुरियन जोसफ ने आज कहा कि लंबित मामलों के मीडिया ट्रायल से बचना चाहिए और इससे न्यायाधीशों पर पडने वाले दबाव से बचा जा सकता है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने […]
चेन्नईः निर्भया बलात्कार मामले के दौरान न्यायपालिका पर दबाव का हवाला देते हुए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश कुरियन जोसफ ने आज कहा कि लंबित मामलों के मीडिया ट्रायल से बचना चाहिए और इससे न्यायाधीशों पर पडने वाले दबाव से बचा जा सकता है.
बार काउंसिल ऑफ इंडिया की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, जब तक मामले पर फैसला न हो जाए तब तक इसका कृपया मीडिया में ट्रायल नहीं किया जाए. मीडिया में कभी मामला नहीं चलना चाहिए, इससे न्यायाधीशों पर काफी दबाव बनता है, वे भी मनुष्य ही हैं.उन्होंने कितना दबाव बनाया जाता है इसका जिक्र करते हुए एक न्यायाधीश ने एक बार उनसे कहा था, अगर उन्होंने वह सजा नहीं दी होती तो वे उन्हें लटका देते.
न्यायाधीश ने उनसे कहा था, अगर उन्होंने वह सजा नहीं दी होती तो वे उन्हें लटका देते, मीडिया अपना फैसला दे चुकी थी. बहरहाल उन्होंने कहा, उनके पास (निर्भया मामले में फैसला देने वाले न्यायाधीश) सजा देने के कारण थे, इस कारण नहीं कि मीडिया ने ऐसा कहा बल्कि उनके पास कारण थे. उन्होंने मीडिया से भी अपील की कि पीठ के न्यायाधीशों की मौखिक टिप्पणियों का जिक्र नहीं करें या आलोचना नहीं करें या उस पर काम नहीं करे… ऐसी टिप्पणियों की अनदेखी करें.