मन की बात : लोगों की जिंदगी मेरे लिए कीमती, सरकार जल्द लायेगी रोड सेफ्टी विधेयक
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों से अपने मन की बात की. उन्होंने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सभी सेनानियों का शत-शत नमन किया. उन्होंने इस बार 15 अगस्त को उन्हें क्या क्या बोलना चाहिये इसके लिए देशवासियों से सुझाव मांगे. इसके लिए उन्होंने कहा […]
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों से अपने मन की बात की. उन्होंने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सभी सेनानियों का शत-शत नमन किया. उन्होंने इस बार 15 अगस्त को उन्हें क्या क्या बोलना चाहिये इसके लिए देशवासियों से सुझाव मांगे. इसके लिए उन्होंने कहा कि आप मुझे @mygovindia पर सुझाव भेज सकते हैं या फिर आकाशवाणी पर चिठ्ठी लिख सकते हैं. सड़क में होने वाली दुर्घटना को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार इसको लेकर जल्द ही सड़क सुरक्षा नीति बनाएगी.
उन्होंने कहा कि देश के किसान का नाता, ज़मीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का भी है .पीएम मोदी ने कहा कि करगिल युद्ध में, हमारा एक-एक जवान, सौ-सौ दुश्मनों पर भारी पड़ा. करगिल का युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा गया, भारत के हर शहर, हर गाँव में, इस युद्ध में योगदान था.उन्होंने कानपुर से अखिलेश वाजपेयी जी नके सुझाव कि चर्चा की कि उन्होंने मुझे सुझाव भेजा कि विकलांग व्यक्तियों को रेलवे में IRCTC के माध्यम से कोटा वाला टिकट क्यों नहीं दिया जाये.
पीएम मोदी का पूरा संबोधन
मेरे प्यारे देशवासियो,
नमस्कार
इस वर्ष बारिश की अच्छी शुरुआत हुई है. हमारे किसान भाईयों, बहनों को खरी की बुआई करने में अवश्य मदद मिलेगी.ख़ुशी की बात है कि इस बार दलहन में क़रीब-50 प्रतिशत और तिलहन में क़रीब 33 प्रतिशत वृद्धि हुई है.मेरे किसान भाई-बहनों को इसलिए सविशेष बधाई देता हूँ, उनका बहुत अभिनन्दन करता हूँ.26 जुलाई, हमारे देश के इतिहास में करगिल विजय दिवस के रूप में अंकित है.देश के किसान का नाता, ज़मीन से जितना है, उतना ही देश के जवान का भी है.करगिल युद्ध में, हमारा एक-एक जवान, सौ-सौ दुश्मनों पर भारी पड़ा. उन वीर सैनिकों को शत-शत नमन.करगिल का युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा गया, भारत के हर शहर, हर गाँव में, इस युद्ध में योगदान था.आज करगिल विजय दिवस पर इन सभी हमारे सेनानियों को मेरा शत-शत प्रणाम.26 जुलाई को हमनें @mygovindia को प्रारंभ किया था. हुए यह ख़ुशी है, क़रीब दो करोड़ लोगों ने MY GOV को देखा.कानपुर से अखिलेश वाजपेयी जी ने सुझाव भेजा कि विकलांग व्यक्तियों को रेलवे में IRCTC के माध्यम से कोटा वाला टिकट क्यों नहीं दिया जाये.अखिलेश वाजपेयी के सुझाव पर सरकार ने गंभीरता से विचार किया, और आज विकलांग भाइयों-बहनों के लिए, इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया हैं.इस बार 15 अगस्त को मुझे क्या बोलना चाहिये. आप मुझे सुझाव भेज सकते हैं? @mygovindia पर भेज सकते हैं, आकाशवाणी पर चिठ्ठी लिख सकते हैं.अभी दिल्ली की एक दुर्घटना के दृश्य पर मेरी नज़र पड़ी. दुर्घटना के बाद स्कूटर चालक 10 मिनट तक तड़पता रहा. उसे कोई मदद नहीं मिली.हमारे देश में हर मिनट एक दुर्घटना होती है. दुर्घटना के कारण, रोड ऐक्सीडेंट के कारण, हर 4 मिनट में एक मृत्यु होती है.मैं माँ-बाप से भी गुज़ारिश करता हूँ, अपने बच्चों को रोड सेफ्टी की जितनी बातें है, उस पर ध्यान देने का माहौल परिवार में बनाये.एक और प्रोजेक्ट हम लिए है, कैशलेस ट्रीटमेंट. गुडगाँव, जयपुर और वड़ोदरा. से लेकर के मुंबई, राँची, रणगाँव, मौंडिया राजमार्गों के लिए.एक और प्रोजेक्ट हम लाए है, कैशलेस ट्रीटमेंट. गुडगाँव, जयपुर और वड़ोदरा… से लेकर के मुंबई, राँची, रणगाँव, मौंडिया राजमार्गों के लिए.कैशलेस ट्रीटमेंट का अर्थ है कि पहले 50 घंटे… पैसे कौन देगा, कौन नहीं देगा, इन सारी चिंता छोड़कर के घायल को उत्तम सेवा कैसे मिले.पिछले दिनों, रेलवे के कर्मचारी विजय बिस्वाल के विषय में एक जानकारी मिली जिनको पेंटिंग का शौक़ है.अपनी रूचि, अपनी कला, अपनी क्षमता को अपने कार्य के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है ये विजय बिस्वाल ने बताया है.मध्य प्रदेश के हरदा ज़िले के सरकारी अधिकारियों की पूरी टीम ने ऑपरेशन मलयुद्ध शुरू कर स्वच्छ भारत अभियान को नया मोड़ दिया है.पूरे ज़िले में एक अभियान चलाया है ‘ब्रदर नंबर वन’, यानि वो सबसे उत्तम भाई जो अपनी बहन को रक्षाबंधन पर एक टॉयलेट भेंट करे.मैं हरदा ज़िले के सरकारी अधिकारियों की पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ.छत्तीसगढ़ के राजनंदगाँव में केश्ला गाँव के लोगों ने टॉयलेट बनाने का अभियान चलाया. अब गाँव में कोई भी व्यक्ति को खुले में शौच नहीं जाता.जब पूरा काम पूरा हुआ तो पूरे गाँव ने जैसे कोई बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता है वैसा उत्सव मनाया.भावेश डेका, गुवाहाटी से लिख रहे हैं, नॉर्थ-ईस्ट के सवालों के संबंध में. मैं कहना चाहता हूँ कि नॉर्थ-ईस्ट के लिए एक अलग मिनिस्ट्री है.जब अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे तब एक डोनर मिनिस्ट्री बनी थी ‘डेवलपमेंट ऑफ़ नॉर्थ-ईस्ट रीजन’.हमारी सरकार बनने के बाद, हमने तय किया कि भारत सरकार के अधिकारियों की टीम नॉर्थ-ईस्ट के उन राज्यों में जाएगी और 7 दिन वहाँ कैंप करेंगे.अधिकारी ज़िलों- गांवों में जायेंगे, समस्याओं को सुनेंगे, समस्याओं का समाधान करने की दिशा में भारत सरकार को जो करना है, उसको भी करेंगे.एक अच्छा प्रयास, दिल्ली से पूरब तक जाने का प्रयास, जो मैं ‘ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी’ कह रहा हूँ ना, यही तो ऐक्ट है.मेरे प्यारे देशवासियो, मार्स मिशन’ की सफलता पर हमें गर्व हैं.पिछले दिनों भारत के पी.एस.एल.वी. सी-28 ने यू.के. के पाँच सैटेलाइट लॉन्च किये. ये बहुत बड़ा अचीवमेंट है.आज हम युवा पीढ़ी से अगर बात करते हैं तो 100 में से बड़ी मुश्किल से एक-आध कोईस्टूडंट मिल जाएगा जो ये कहेगा कि मुझे साइंटिस्ट बनना है.साइंस के प्रति रुझान कम होना ये बहुत चिंता का विषय है. साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी एक प्रकार से विकास का डी.एन.ए. है.हमारी नई पीढ़ी साइंटिस्ट बनने के सपने देखे, रिसर्च इनोवेशन में रूचि ले, उनको प्रोत्साहन मिले, ये, एक बहुत बड़ी आवश्यकता है.पूर्व राष्ट्रपति डॉ. @APJAbdulKalam जी ने मानव संसाधन मंत्रालय के एक राष्ट्रीय आविष्कार अभियान शुरू किया है.हमने एक बहुत बड़ा बीड़ा उठाया हुआ है, देश के गाँवों को 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिये. काम कठिन है, लेकिन करना है. हमने शुभारम्भ कर दिया है.गाँव के बच्चों को परीक्षा के दिनों में पढ़ना हो तो बिजली की तकलीफ़ न हो. गाँव में भी छोटे-मोटे उद्योग लगाने हों तो बिजली प्राप्त हो.हमने प्रारंभ किया है ‘दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति कार्यक्रम’. हम इसको करेंगे, ज़रुर करेंगे. हमारे देश में अगस्त-सितम्बर महीना, त्योहारों का ही अवसर रहता है. ढेर सारे त्यौहार रहते हैं. मेरी आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं.15 अगस्त के लिए मुझे ज़रुर सुझाव भेजिये . आपके विचार मेरे बहुत काम आयेंगे . बहुत-बहुत धन्यवाद.