”वन रैंक वन पेंशन” मामले में पूर्व सैनिकों के समर्थन में आए अन्ना हजारे
नयी दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि इसने वन रैंक वन पेंशन योजना के क्रियान्वयन सहित अपने एक भी वादे पूरे नहीं किए. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर लोगों को जागरुक करने के लिए वह देश भर में यात्रा करेंगे. खुद भी सैनिक […]
नयी दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि इसने वन रैंक वन पेंशन योजना के क्रियान्वयन सहित अपने एक भी वादे पूरे नहीं किए. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर लोगों को जागरुक करने के लिए वह देश भर में यात्रा करेंगे.
खुद भी सैनिक रह चुके अन्ना आज वन रैंक वन पेंशन के क्रियान्वयन में हो रही देरी के मुद्दे पर पूर्व-सैनिकों की ओर से 42 दिनों से की जा रही रीले भूख हडताल में शामिल हुए और कहा कि वह इस मुद्दे पर लोगों को जागरुक करने के लिए देश भर में यात्रा करेंगे और यह यात्रा दो अक्तूबर को रामलीला मैदान में संपन्न होगी.
मोदी का नाम लिए बगैर अन्ना ने कहा कि उन्होंने चुनावों के पहले वन रैंक वन पेंशन लागू करने का वादा किया था लेकिन उन्होंने अब तक इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं किया. प्रधानमंत्री की लोकसभा चुनाव से पहले हुई रैली का हवाला देते हुए अन्ना ने कहा, जब हम सत्ता में आएंगे तो ह्यवन रैंक वन पेंशनह्ण लागू करेंगे उन्होंने (मोदी और भाजपा) ने यह बात रोहतक में कही थी.
उन्होंने कहा, शहीद दिवस (कारगिल विजय दिवस) भाषण देने का दिन नहीं होता. वन रैंक वन पेंशनह्ण लागू करने के लिए जो भी बन पडेगा, वह हम करेंगे. जंतर-मंतर पर पूर्व रक्षा कर्मियों को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा, मैं देश भर के राज्यों में जाउंगा और रैलियां करुंगा. पूर्व सैनिक आंदोलन के संयुक्त मोर्चा :यूएफईएसएम: ने एक बयान में कहा कि पांच पूर्व सैनिकों ने आमरण अनशन करने की पेशकश की है.
शाम के वक्त जारी बयान में कहा गया, ये पांच पूर्व सैनिक आमरण अनशन करने को लेकर कटिबद्ध हैं. इतना बडा कदम उठाने से पहले वे सरकार को पांच दिन और दे रहे हैं. बयान के मुताबिक, आखिरकार वे लोगों के अनुरोध को मानने को तैयार हुए और पांच दिन और इंतजार करने का फैसला किया है. आमरण अनशन एक अगस्त से शुरु होगा. इस बीच, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को एक अच्छा इंसान करार देते हुए अन्ना ने कहा कि वह भी आश्वासन पूरा करने में सफल नहीं रहे.
अन्ना ने कहा, हमारे रक्षा मंत्री एक अच्छे इंसान हैं. वह अच्छे हैं और मैं उन्हें बहुत अच्छी तरह जानता हूं. फरवरी में उन्होंने फैसला किया था कि वित्त मंत्रालय से 500 करोड रुपए लिए जाएंगे और यदि यह कम पडा तो वह और धनराशि मांगेंगे. उन्होंने कहा, अब तक आश्वासन पूरा नहीं किया गया है. लेकिन यह नहीं हो रहा है. अब भी दो महीने बचे हुए हैं. हम देश भर में जाएंगे और लोगों को जागरुक करेंगे. बस मेरा एक अनुरोध है कि कृपया हिंसा पर उतारु न हों. इससे आम आदमी प्रभावित नहीं होना चाहिए.
अन्ना ने सरकार को चेताया कि वह चुनाव से पहले किए गए सारे वादे पूरे करे वरना हर गुजरता दिन नुकसानदेह होगा. ह्यवन रैंक वन पेंशन को लागू कराने के लिए आंदोलन की जरुरत का जिक्र करते हुए अन्ना ने कहा कि रामलीला मैदान में प्रदर्शन के बाद लोकपाल विधेयक पारित किया गया था और यह सरकार वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए तैयार नहीं है.