मॉनसून सत्र : सदन में गूंजा गुरदासपुर आतंकी हमला

नयी दिल्ली : संसद के मानसून सत्र दूसरे सप्ताह की शुरुआत भी विपक्ष के हंगामे से शुरु हुई। लोकसभा की कार्यवाही शुरु होने पर ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला मामले एवं अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण 35 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2015 1:07 PM

नयी दिल्ली : संसद के मानसून सत्र दूसरे सप्ताह की शुरुआत भी विपक्ष के हंगामे से शुरु हुई। लोकसभा की कार्यवाही शुरु होने पर ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाला मामले एवं अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण 35 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई इसके बाद जब दोबारा लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो फिर विपक्ष ने हंगामा करना आरंभ कर दिया. वहीं दूसरी ओर राज्यसभा की बैठक आज बीजू जनता दल के सदस्य कल्पतरु दास के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद उनके सम्मान में दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.

पंजाब के गुरदासपुर के आतंकी हमले की गूंज आज संसद में भी सुनाई दी. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कश्मीर घाटी में पाकिस्तान का झंडा दिखाए जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंकवाद देश में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. विपक्ष के द्वारा उठाये गये इस मुद्दे पर सरकार ने कार्रवाई को लेकर कोई आश्वासन नहीं दिया. इधर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने भी सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान से बातचीत कर रहे हैं तो दूसरी ओर वे आतंकी भेज रहे हैं. उन्होंने पंजाब में आतंकी हमले को इंटेलिजेंस की नाकामी बताया. आतंकी हमले की संसद में निंदा की गई. हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही रोकनी पड़ी.

वहीं, लोकसभा में काली पट्टी बांध कर सदन में नहीं आने और तख्तियां, पर्चे नहीं दिखाने की लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन की चेतावनी के बावजूद कांग्रेस सदस्य आज भी सदन में अपनी बांह पर काली पट्टी लगाकर आए और नारे लिखी तख्तियां दिखाईं. सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें आईपीएल पर एन के प्रेमचंद्रन, मल्लिकार्जुन खडगे, वीरप्पा मोइली, पी करुणाकरण आदि के नोटिस प्राप्त हुए हैं. व्यापमं मामले पर मोहम्मद सलीम, एम बी राजेश एवं अन्य के नोटिस मिले हैं. इसके अलावा साम्प्रदायिक हिंसा पर अधीर रंजन चौधरी के अलावा तेलंगाना में पृथक उच्च न्यायालय स्थापित करने का नोटिस भी प्राप्त हुआ है.

उन्होंने कहा कि ये मामले महत्वपूर्ण हैं लेकिन इन्हें अन्य अवसरों पर उठाया जा सकता है. उन्होंने इन नोटिसों को अस्वीकार कर दिया. इस पर कांग्रेस सदस्य तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। कांग्रेस सदस्यों की तख्तियों पर लिखा था, ‘‘ भ्रष्टाचार पर लंबे चौडे भाषण, ललित मोदी पर क्यों मौनासान’’, ‘‘जब बडे मोदी मेहरबान, तो छोटे मोदी पहलवान’’, मोदीजी 56 इंच दिखाओ, सुषमा, वसुंधरा को हटाओ। प्रधानमंत्री चुप्पी तोडो’’

इस दौरान टीआएस सदस्य भी तख्तियां लेकर तेलंगाना में पृथक उच्च न्यायालय स्थापित करने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारे लगाने लगे. राजद के जयप्रकाश नारायण यादव और जदयू के कौशलेन्द्र कुमार, सपा के धर्मेन्द्र यादव आसन के समीप आकर जाति गणना के आंकडे प्रकाशित करने की मांग कर रहे थे. राज्यसभा सदस्य कल्पतरु दास के निधन के कारण उच्च सदन की कार्यवाही उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित करदी गई. तृणमूल सदस्यों ने अपने स्थानों पर खडे होकर भूमि अधिग्रहण मुद्दे को उठाया. इस मामले पर उन्होंने आज सदन के बाहर धरना भी दिया था.

हंगामे के बीच ही अध्यक्ष सुमित्र महाजन से प्रश्नकाल को आगे बढाया और इस दौरान तीन तारांकित प्रश्न लिये गए. इन प्रश्नों में जनजातीय कल्याण कार्यक्रम, घरेलू प्राकृतिक गैस के मूल्यों में संशोधन और रेलवे में ई खानपान सेवा से जुडे प्रश्न शामिल थे. इन सवालों के जवाब केंद्रीय मंत्री जुआल ओराम, धर्मेन्द्र प्रधान, सुरेश प्रभु और मनोज सिन्हा ने दिया. इस दौरान विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा.

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