नयी दिल्ली : देश ने आज पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि दी और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने उन्हें ‘सच्चा सपूत’ और ‘सच्चा रत्न’ कहते हुए श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनेक गणमान्य लोगों ने 83 वर्षीय कलाम को श्रद्धांजलि दी जिनकी पार्थिव देह शिलांग से यहां लाई गयी. उनका कल रात शिलांग में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.
कलाम की पार्थिव देह पहले शिलांग से गुवाहाटी लाई गयी और गुवाहाटी से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से यहां लाई गयी. पालम टेक्निकल एरिया के टरमक पर तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह को एक डेक पर रखा गया और गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर ले जाने से पहले उन्हें तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और राष्ट्रपति तथा अन्य महानुभाव ने मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की. आज अपराह्न तीन बजे से कलाम की पार्थिव देह को उनके आवास पर रखा गया है जहां बडी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. हवाईअड्डे से फूलों से सजे वाहन पर कलाम की पार्थिव देह को 12 किलोमीटर दूर उनके आवास तक लाया गया.
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ अनेक विशिष्ट व्यक्ति कलाम के राजाजी मार्ग स्थित आवास पर भी पहुंचे और भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति कहे जाने वाले कलाम को श्रद्धासुमन अर्पित किये. दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि देने वालों में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख और भारतीय वायु सेना के मार्शल 96 वर्षीय अर्जन सिंह, भाकपा नेता डी राजा, क्रिकेटर और राज्यसभा सदस्य सचिन तेंदुलकर आदि शामिल थे.
कलाम का अंतिम संस्कार तमिलनाडु में उनकी जन्मस्थली रामेश्वरम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ 30 जुलाई को किया जायेगा. गुरुवार को दिन में 11 बजे कलाम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा. कलाम के परिवार की इच्छा के अनुरुप तमिलनाडु के रामेश्वरम में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.
कलाम कल शिलांग में आईआईएम में व्याख्यान देते हुए गिर गये थे और दिल का दौरा पडने से उनका निधन हो गया. शिलांग से उनकी पार्थिव देह को पहले वायु सेना के हेलीकॉप्टर में गुवाहाटी लाया गया, जहां असम के मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्र के प्रति कलाम की सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया, उनके निधन से देश ने एक दूरदृष्टा वैज्ञानिक, सच्चे राष्ट्रवादी और महान सपूत को खो दिया है. कलाम को श्रद्धांजलि देने के बाद आज संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अब 30 जुलाई को होगी.
सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सरकार ने अपने प्रस्ताव में कहा कि कलाम प्रौद्योगिकी के जरिये समाज को बदलना चाहते थे और मानव कल्याण के लिए विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के लिहाज से भारत के युवाओं को प्रेरित करने के पक्ष में थे. प्रस्ताव के अनुसार, कलाम ने भारत के पहले स्वदेश निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण यान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत को स्पेस क्लब का विशेष सदस्य बनाया.
इसके मुताबिक, भारत के मिसाइल मैन के नाम से लोकप्रिय डॉ कलाम को अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों के विकास और उनके परिचालन का श्रेय भी जाता है. उन्होंने हल्के लडाकू विमानों को लाकर रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भरता को बढावा दिया. कैबिनेट की बैठक से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति असाधारण व्यक्तित्व वाले साधारण व्यक्ति थे, जो जिस पद पर भी रहे अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया. मोदी ने कहा कि कलाम के निधन से देश ने एक दुर्लभ रत्न खो दिया.
मोदी ने कहा कि कलाम को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि देश के लिए उनके देखे सपनों को पूरा करने की दिशा में काम किया जाए. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा पढे गये शोक संदेश के अनुसार, डॉ. कलाम के निधन से देश ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक महान वैज्ञानिक, वंचितों के दोस्त और एक नेक इंसान को खो दिया. उन्होंने कलाम को भारत का सच्चा रत्न कहा जिन्होंने अपनी अंतिम सांसों तक वह सब किया जो उन्हें अच्छा लगता था. इनमें युवाओं से संवाद शामिल है.
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भावुक होते हुए कहा, 83 वर्ष के डा. कलाम ऐसी नेक शख्सियत थे जिनमें 38 वर्ष की उर्जा और उत्साह था और आठ साल के बच्चे की मासूम मुस्कान थी. राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि डा. कलाम के शोध और शैक्षिक नेतृत्व ने उन्हें अभूतपूर्व सम्मान एवं प्रतिष्ठा दिलाई तथा उनके नेतृत्व में ही देश के मिसाइल कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
उन्होंने कहा, अपने सहयोगियों और साथ जुडे लोगों से उन्हें गहरा लगाव था और उनकी इसी विशेषता की वजह से उन्हें जनता का राष्ट्रपति कहा गया. दोनों सदनों के सदस्यों ने कुछ क्षण के लिए मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति कलाम जनता के राष्ट्रपति थे. वह ऐसे राष्ट्रपति थे जिनमें भारत के युवाओं से जुडने की क्षमता थी. हमें उनकी, उनकी सोच की और उनकी दूरदृष्टि की कमी खलेगी.
* अमिताभ बच्चन ने दी एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के अचानक निधन पर शोक प्रकट करते हुए बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने उन्हें एक सरल शख्सियत बताया जो सभी के चहेते थे.
President Pranab Mukherjee pays homage to late Former President Dr. APJ Abdul Kalam. pic.twitter.com/Yxt25raQpS
— ANI (@ANI) July 28, 2015
PM Narendra Modi pays homage to late Former President Dr. APJ Abdul Kalam. pic.twitter.com/VCjPlTEDX5
— ANI (@ANI) July 28, 2015
Union Home Minister Rajnath Singh & Senior BJP leader LK Advani pay their last respects to late Frmr Pres Dr. Kalam pic.twitter.com/kiyxkIsADX
— ANI (@ANI) July 28, 2015
Congress President Sonia Gandhi pays her last respects to late Former President APJ Abdul Kalam pic.twitter.com/qHvZRn5RKk
— ANI (@ANI) July 28, 2015
Cricketer Sachin Tendulkar pays homage to late Former President Dr. APJ Abdul Kalam. pic.twitter.com/W6q8ooQ2h6
— ANI (@ANI) July 28, 2015
डॉ कलाम को श्रद्धांजलि देन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह , भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्री य मंत्री जितेंद्र सिंह, सपा नेता मुलायम सिंह यादव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर सहित कई गणमान्य लोगों ने डॉकलाम के पार्थिव शरीर के दर्शन किये और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
कई वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों ने देश के’मिसाइल मैन’ को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.कलाम के पार्थिव शरीर को सुबह करीब सवा छह बजे वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर के जरिए शिलांग से गुवाहाटी लाया गया जिसके बाद लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति को अंतिम श्रद्धांजलि दी गयी.
कलाम की पार्थिव देह को गुवाहाटी लाये जाने के दौरान मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगंथन साथ थे और उन्होंने बाद में भारत रत्न को पुष्पांजलि अर्पित की.असम के मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने राज्य की ओर से कलाम को श्रद्धांजलि दी और उनके निधन को देश के लिए .अपूरणीय क्षति. बताया.
गोगोई ने कहा, .कलाम के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है. वह बच्चों से प्यार करते थे, वह देश से प्यार करते थे. मैंने कई बार उनसे मुलाकात की. मैं उन्हें असम के ग्रामीण इलाकों में लेकर गया. वह बहुत ही सरल और ईमानदार व्यक्ति थे. राज्य के साथ संपूर्ण भारत उनके निधन के शोक में डूबा है.
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का कल शिलांग के एक अस्पताल में निधन हो गया .कलाम को कल अचानक बीमार पडने पर यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया. 84 वर्षीय कलाम शाम करीब साढे छह बजे भारतीय प्रबंधन संस्थान में एक व्याख्यान के दौरान गिर पडे और इसके तुरंत बाद उन्हें नानग्रिम हिल्स में बेथनी अस्पताल ले जाया गया.शाम 7.45 मिनट में उनका निधन हो गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब्दुल कलाम के निधन पर दुःख जताया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका जन-जन से लेकर विश्व में देश की प्रतिष्ठा बढाने में योगदान रहा. उन्होंने कहा कि मुझे उनके नजदीक काम करने का मौका मिला. वह हमारे मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसे सपूत को खोया जिसने भारत की सेवा की और भारत को सशक्त और समर्थवान बनाया. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता हूं कि उनकी कमी की भरपाई की जा सकेगी. मैं उस महान आत्मा के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि इस शोक संतप्त अवस्था में, इस गहरे सदमे में मेरे पास अब कुछ कहने के लिए नहीं बचा है.
खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक एम खारकरांग ने इससे पूर्व बताया था, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति को नाजुक हालत में बेथनी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.’’ उन्होंने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति शाम करीब साढे छह बजे भारतीय प्रबंधन संस्थान में एक व्याख्यान के दौरान गिर पडे और उन्हें तुरंत मेघालय की राजधानी में नानग्रिम हिल्स में एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती किया गया.
मुख्य सचिव पीबीओ वरजीरी ने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने कल सुबह कलाम के पार्थिव शरीर को गुवाहाटी से दिल्ली ले जाने के लिए जरुरी प्रबंध करने के वास्ते केंद्रीय गृह सचिव एल सी गोयल से बात की है. गृह सचिव एल सी गोयल ने कहा कि सरकार पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा करेगी.