भारत के संजीव चतुर्वेदी और अंशु गुप्ता को मिलेगा रेमन मैगसेसे पुरस्कार

नयी दिल्ली: व्हिसलब्लोअर भारतीय वन अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और गैर सरकारी संगठन गूंज के संस्थापक अंशु गुप्ता को इस वर्ष के रेमन मैगसायसाय पुरस्कार के चुना गया है. रेमन मैगसेसे अवॉर्ड फाउंडेशन (आरएमएएफ) के न्यास बोर्ड ने घोषणा की कि इस पुरस्कार के लिए चुने गए तीन अन्य लोगों में लाओस के कोम्माली चांथावोंग, फिलीपीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2015 2:08 PM

नयी दिल्ली: व्हिसलब्लोअर भारतीय वन अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और गैर सरकारी संगठन गूंज के संस्थापक अंशु गुप्ता को इस वर्ष के रेमन मैगसायसाय पुरस्कार के चुना गया है. रेमन मैगसेसे अवॉर्ड फाउंडेशन (आरएमएएफ) के न्यास बोर्ड ने घोषणा की कि इस पुरस्कार के लिए चुने गए तीन अन्य लोगों में लाओस के कोम्माली चांथावोंग, फिलीपीन के लिगाया फर्नांडे अमिलबांग्सा और म्यांमार के क्याउ थू शामिल हैं.

चतुर्वेदी को ‘‘उभरते नेतृत्व’’ (एमरजेंट लीडरशिप) के लिए इस पुरस्कार हेतु चुना गया है. वह इस समय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के उप सचिव हैं. उन्हें पिछले वर्ष अगस्त में एम्स के मुख्य सतर्कता आयुक्त के पद से हटा दिया गया था.उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने संस्थान में हो रही अनियमितताओं का पता लगाया था इसलिए उनका स्थानांतरण कर दिया गया था.

फाउंडेशन ने कहा कि ‘‘ सार्वजनिक कार्यालय में भ्रष्टाचार की बहुत मेहनत से जांच करने और समझौता न करते हुए खुलासा करने के मद्देनजर उनकी अनुकरणीय ईमानदारी, साहस और दृढता के लिए तथा सरकार द्वारा भारत के लोगों की सेवा सुनिश्चित करने के मकसद से कार्यक्रम निर्माण और प्रणाली सुधारों के लिए’’ चतुर्वेदी को सम्मानित किया जा रहा है. गुप्ता ने 1999 में गूंज की स्थापना के लिए अपनी कॉरपोरेट नौकरी छोड दी थी.
फाउंडेशन ने कहा कि गुप्ता को ‘‘ भारत में दान करने की संस्कृति को एक नया रुप देने की उनकी रचनात्मक सोच, गरीबों के स्थायी विकास संसाधन के तौर पर कपडों के इस्तेमाल में उनके व्यावहारिक नेतृत्व और विश्व को यह याद दिलाने के लिए चुना गया है कि कि सच्चा दान हमेशा मानवीय गरिमा का सम्मान करता है और उसे बनाए रखता है.’’ रेमन मैगसायसाय पुरस्कार की शुरुआत 1957 में की गई थी.यह एशिया का सबसे बडा सम्मान है.
यह पुरस्कार फिलीपीन के तीसरे राष्ट्रपति रेमन मैगसायसाय की याद में दिया जाता है. यह एशिया के उन लोगों या संगठनों को प्रतिवर्ष दिया जाता है जो उस नि:स्वार्थ सेवा भावना और परिवर्तनकारी प्रभाव को दर्शाते हैं जिसके लिए फिलीपीन के दिवंगत एवं प्रिय राष्ट्रपति जाने जाते हैं. वर्ष 2015 के मैगसायसाय पुरस्कार के लिए चुने गए लोग उन अन्य 307 हस्तियों के समुदाय में शामिल हो गए हैं जो अब तक एशिया के इस सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजे जा चुके है.
इस वर्ष के मैगसायसाय पुरस्कार विजेताओं को एक प्रमाण पत्र, दिवंगत राष्ट्रपति के चित्र वाला पदक और नकद राशि दी जाएगी.उन्हें फिलीपीन के कल्चरल सेंटर में 31 अगस्त को औपचारिक रुप से मैगसायसाय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी और सामाजिक कार्यकर्ता अरणा रॉय उन भारतीयों में शामिल हैं जिन्हें हालिया वर्षों में यह पुरस्कार दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version