नयी दिल्ली : 1993 मुंबई हमले के आरोपी याकूब मेमन को आज सुबह सात बजे नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गयी. इसके लगभग घंटेभर बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विट कर सरकार और न्यायपालिका के साख पर सवाल उठाया है. दिग्विजय ने ट्विट कर कहा कि याकूब को फांसी दे दी गयी. सरकार और न्यायपालिका की ओर से आतंक के आरोपी को दंड देने में तत्कालिकता और प्रतिबद्धता दिखायी गयी.
Yakub Memon hanged. Exemplary urgency and commitment has been shown by Govt and Judiciary in punishing an accused of Terror .
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015
I hope similar commitment of Govt and Judiciary would be shown in all cases of Terror irrespective of their Caste Creed and Religion.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सरकार और न्यायपालिका की ओर से आतंक के बाकी मामलों में भी ऐसी ही प्रतिबद्धता दिखायी जायेगी और जाति और धर्म से उपर उठकर फैसले किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे इसपर संदेह है कि आतंक के अन्य आरोपियों के खिलाफ भी ऐसा किया जायेगा. न्यायपालिका और सरकार की साख दांव पर है.
I have my doubts the way the cases of other Terror accused are being conducted. Let's see. Credibility of the Govt and Judiciary is at stake
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015
दिग्विजय ने ट्विट किया कि अजीब संयोग है, दो भारतीय मुसलमानों का अंतिम संस्कार एक ही दिन किया जा रहा है. उनमें से एक डा. कलाम हैं, जिनपर पूरे देश को नाज है. और दूसरा याकूब मेमन है जिसने आतंक फैलाने वाले लोगों का साथ दिया और पूरे समुदाय को शर्मसार किया है.
What a coincidence ! Funerals of Two Indian MuslIms on the same day. Dr Kalam who has made every Indian proud of his achievements for India
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015
And Yakub Menon who has by being associated with those involved in terror brought shame to the whole Community.
And Yakub Menon who has by being associated with those involved in terror brought shame to the whole Community.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015
उन्होंने कहा कि यह सभी भारतीयों के लिए एक सबक है. हमें उस धार्मिक कट्टरवाद से दूर रहना चाहिए जो हमें आतंक की ओर ले जाता है. धर्मनिरपेक्ष और आधुनिक बनें. उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले भारतीय बनना होगा. नफरत और हिंसा छोड़, गांधीवादी बनें. प्यार और करुणा को अपनाकर अहिंसा की विचारधारा का अभ्यास करें.
A lesson for all Indians to keep away from Religious Fundamentalism which leads to Violence and Terrorism. Be Liberal Secular and Modern
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 30, 2015