नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने याकूब मेमन को फांसी दिये जाने के खिलाफ दया याचिका पर सांसद-अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के हस्ताक्षर करने के कारण भाजपा को हुई ‘शर्मिंदगी’ को लेकर आज कहा कि यह ‘बहुत दुखद’ है कि सिन्हा पार्टी के रुख के विपरीत गये. यह पूछे जाने पर सिन्हा ने याचिका पर हस्ताक्षर करके पार्टी के लिए शर्मिंदगी पैदा की है तो जेटली ने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह हुआ है.’
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह सवाल उस व्यक्ति से पूछा जाना चाहिए जिसने दया याचिका पर हस्ताक्षर किया है. उन्होंने टाइम्स नाउ से कहा, ‘यह पार्टी का रुख नहीं है. मेरा मानना है कि यह बहुत दुखद है कि भाजपा का एक सदस्य ऐसी याचिका पर हस्ताक्षर करता है.’ जेटली ने कहा कि भाजपा की विचारधारा 1993 के मुंबई विस्फोटों और 26/11 की आतंकी घटना में शामिल रहे लोगों के प्रति नरमी बरते जाने के खिलाफ है.
हुर्रियत धडों ने याकूब की फांसी की आलोचना की
हुर्रियत कान्फ्रेंस के दोनों धडों ने मुंबई विस्फोटों के दोषी याकूब मेमन की फांसी की आज आलोचना की और आरोप लगाया कि मामले में न्याय के स्थापित मानदंडों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया. हुर्रियत के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘फांसी सभी मानवीय मानदंडों और न्याय के निष्पक्ष आचरण के मानदंडों के खिलाफ है.
मामले के असली तथ्यों की उपेक्षा करते हुए एक ऐसे व्यक्ति को फांसी दे दी गई जिसके खिलाफ मामले में प्रत्यक्ष भागीदारी के विश्वसनीय सबूत नहीं थे.’ मीरवाइज उमर फारुक के नेतृत्व वाले उदारवादी धडे ने कहा है कि मामले में न्याय के स्थापित मानदंडों को नजरअंदाज कर दिया गया. सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले धडे ने मेमन की फांसी पर दुख व्यक्त किया.