नासिक : द्वारकापीठ के शंकाराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती ने आज कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा, लेकिन इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार, राजनीतिक दलों अथवा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सहयोग नहीं लिया जाएगा. उन्होने यहां आज संवाददाताओं से कहा कि राम मंदिर का निर्माण लोगों और साधु-संतों के सहयोग से किया जाएगा.
सरस्वती ने कहा, ‘अब तक राम मंदिर मुद्दे का कोई समाधान नहीं निकाला गया. महंतों, साधुओं और लोगों की मदद से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा, लेकिन इसमें किसी राजनीतिक दल की मदद नहीं ली जाएगी.’ गौरतलब है कि राम मंदिर का मसला दो दशक से राजनीति रूप लेता रहा है.
भाजपा पर विरोधियों ने कई बार आरोप लगाये हैं कि वह चुनाव के समय इस समले का राजनीतिकरण कर वोट लेने का प्रयास करती है. पिछले साल भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कई धार्मिक संगठनों ने फिर से राम मंदिर का मुद्दा सरकार के समक्ष उठाया है.
लेकिन सरकार की ओर से इस मामले पर कभी कोई विशेष बयान नहीं दिया है. हालांकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार एक सवाल के जवाब में कहा कि अभी राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है, इसलिए राम मंदिर बनवा पाना संभव नहीं है.