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”हिंदू आतंकवाद” के मुद्दे पर BJP का पलटवार, कहा- अपने नेताओं के बलिदानों से कांग्रेस ने नहीं लिया सबक

नयी दिल्ली: गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा कल संसद में दिये गये हिंदू आतंकवाद वाले बयान पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गयी है. भाजपा ने शनिवार को ‘हिंदू आतंकवाद’ के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए उसे 2010 में राहुल की खबरों में आयी वह टिप्पणी याद दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2015 4:17 PM

नयी दिल्ली: गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा कल संसद में दिये गये हिंदू आतंकवाद वाले बयान पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गयी है. भाजपा ने शनिवार को ‘हिंदू आतंकवाद’ के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए उसे 2010 में राहुल की खबरों में आयी वह टिप्पणी याद दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था कि कट्टरपंथी हिंदू समूह आतंकवादी समूह लश्करे तैयबा के लिए स्थानीय समर्थन से ज्यादा बड़ा खतरा हो सकते हैं. भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी के बलिदानों से कांग्रेस पार्टी ने सबक नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि हम आज भी यह कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है. हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है.

इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह समाज का धुव्रीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं तथा हिंदू आतंकवाद के मुद्दे को हवा देकर सरकार की विफलता से ध्यान हटा रहे हैं. आजाद ने दावा किया कि उनकी पार्टी को आतंकवाद पर भाजपा से कोई सबक लेने की जरुरत नहीं है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी के बलिदान की मिसाल दी जिनकी जान आतंकवादियों ने ली थी. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने जवाब में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इन बलिदानों से सही सबक नहीं लिया. यदि उसने ऐसा किया होता तो आतंकवाद के मामले में उसमें पसोपेश नहीं होता. उन्होंने इस सिलसिले में पूर्व गृह मंत्रियों पी चिदंबरम एवं सुशील शिंदे द्वारा इस्तेमाल किये गये शब्द ‘भगवा आतंकवाद’ एवं ‘हिंदू आतंकवाद’ तथा राहुल की टिप्पणियों का हवाला दिया.

प्रसाद ने एक खबर का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया था कि राहुल ने 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राजदूत के साथ बातचीत में कहा था कि इस बात के सबूत हैं कि भारत के स्थानीय मुस्लिम समुदाय में कुछ तत्वों के बीच लश्करे तैयबा को समर्थन मिल रहा है. बड़ा खतरा कट्टरपंथी हिंदू समूहों का विकास हो सकता है जो मुस्लिम समुदाय के साथ धार्मिक तनाव एवं राजनीतिक टकराव उत्पन्न करते हैं. यह खबर विकीलीक्स द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों पर आधारित थी. प्रसाद ने कहा, आतंकवाद का कोई धर्म या रंग नहीं होता तथा भाजपा ने कभी ‘मुस्लिम आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि जिहादी आतंकवाद कहा है.

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सवाल किया कि क्या वह अपने पुत्र की टिप्पणी का समर्थन करती हैं. प्रसाद ने कहा कि राजनाथ ने जो कहा वह सही है तथा कांग्रेस को इन टिप्पणियों से अपने को अलग करना चाहिए. बहरहाल, भाजपा ने त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय के उन ट्वीट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि खुफिया एजेंसियों को याकूब मेमन के मुंबई में हुए अंतिम संस्कार में भाग लेने वाले लोगों पर नजर रखनी चाहिए क्योंकि उनमें से कुछ लोग संभावित आतंकवादी हो सकते हैं. इन ट्वीट के बारे में पूछने पर प्रसाद ने कहा, वह संवैधानिक पद पर बैठे हैं. यह सवाल उनसे किया जाना चाहिए. वह अब पार्टी के सदस्य नहीं हैं. प्रसाद ने कहा कि भाजपा वरुण गांधी एवं शत्रुघ्न सिन्हा की टिप्पणियों से अपने को अलग करती है. वरुण ने जहां मृत्युदंड का विरोध किया था. वहीं सिन्हा ने उस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे जो याकूब को फांसी देने के विरुद्ध था. उन्होंने कहा कि पार्टी उनके विचारों से सहमत नहीं है.

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