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दिग्विजय बोले, याकूब जैसी तत्परता राजीव के हत्यारों के मामले में क्यों नहीं दिखायी गयी

पणजी: कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सवाल किया कि सरकार ने जिस तरह से याकूब मेमन के मामले में तत्परता दिखायी वैसी ही शीघ्रता राजीव गांधी हत्या मामले के दोषियों के खिलाफ क्यों नहीं दिखायी गयी. गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते राजीव गांधी हत्या मामले में तीन दोषियों को सुनाये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2015 8:49 PM

पणजी: कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सवाल किया कि सरकार ने जिस तरह से याकूब मेमन के मामले में तत्परता दिखायी वैसी ही शीघ्रता राजीव गांधी हत्या मामले के दोषियों के खिलाफ क्यों नहीं दिखायी गयी. गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते राजीव गांधी हत्या मामले में तीन दोषियों को सुनाये गये मृत्युदंड को कम करने के खिलाफ केंद्र की सुधारात्मक याचिका को खारिज कर दिया था. दिग्विजय ने कहा, कांग्रेस पार्टी का मत है कि जहां तक आतंकवाद का सवाल है उससे कोई समझौता नहीं हो सकता.

दिग्विजय ने कहा, हम 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के दोषी मेनन की दया याचिका पर लीक से हटकर विचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की सराहना करते हैं. लेकिन दूसरी तरफ एनआइए ने एक वरिष्ठ वकील से कहा कि वह हिंदू कट्टरपंथियों की संलिप्तता वाले आतंकवादी मामले में धीमी गति से चले. उन्होंने यह बात विशेष लोक अभियोजक रोहिणी सालियान के आरोपों का जिक्र करते हुए कही. उन्होंने कहा कि याकूब मेमन की फांसी में जिस तरह की तत्परता दिखायी गयी वैसी राजीव गांधी के हत्यारों के मामले में और भुल्लर के मामले में इस तरह की तत्परता क्यों नहीं दिखायी गयी. सिख आतंकवाद के आरोपी भुल्लर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने तीन बार सुनवाई की और उसकी मौत की सजा को कम कर आजीवन कारावास में बदल दिया गया.

उन्होंने कहा कि पांच साल तक उसकी फांसी में विलंब हुआ. हम इस बात को मजबूती से कहना चाहते हैं कि आतंकवाद को किसी धर्म, जाति या पंथ से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. कांग्रेस हमेशा से उन राजनीतिक दलों का विरोध करती है जो कट्टरपंथ का इस्तेमाल मतदाताओं के ध्रुवीकरण के लिए करते हैं. पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एवं याकूब के बारे में उनके ट्वीट को लेकर उपजे विवाद के बारे में कांग्रेस नेता दिग्विजय ने इस बात से इनकार किया कि वह मेमन का समर्थन कर रहे थे. मेनन को 30 जुलाई को फांसी दी गयी थी.

उन्होंने कलाम के अंतिम संस्कार एवं मेमन की फांसी के एक ही दिन होने के बारे में ट्वीट कर कहा था कि एक (कलाम) ने प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित किया जबकि दूसरे ने अपने समुदाय को शर्मसार किया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, मुङो जो कहना चाहिए था, वह मैंने कहा. इस बात को अनावश्यक रुप से उछाला जा रहा है कि मैं मेमन का समर्थन कर रहा हूं जो गलत है. उन्होंने कहा, मैंने सुप्रीम कोर्ट की मेमन मामले में तत्परता दिखाने के लिए सराहना की थी और यह भी कहा था कि इसी प्रकार की शीघ्रता वहां भी दिखायी जानी चाहिए जब संघ के कार्यकर्ता संलिप्त हों.

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