चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ के चलते देश के कई राज्यों में भीषण तबाही, पूर्व-उत्तर से पूर्वोत्तर तक बाढ़ की स्थिति
कई दिनों से हो रही मूसलधार बारिश और बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवात ‘कोमेन’ के कारण पूर्व से उत्तर और पूर्वोत्तर तक बाढ़ ने कहर बरपा दिया है. 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 200 साल की सबसे भीषण बाढ़झेल रहे मणिपुर में भू-स्खलन ने 21 लोगों की जान ले ली. […]
कई दिनों से हो रही मूसलधार बारिश और बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवात ‘कोमेन’ के कारण पूर्व से उत्तर और पूर्वोत्तर तक बाढ़ ने कहर बरपा दिया है. 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 200 साल की सबसे भीषण बाढ़झेल रहे मणिपुर में भू-स्खलन ने 21 लोगों की जान ले ली. देश के अन्य भागों में अगले कुछ दिनों तक बारिश से राहत के आसार नहीं हैं.
बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ ने देश के कई राज्यों में भीषण तबाही मचायी है. पश्चिम बंगाल में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है. पहले से ही बाढ़ की मार झेल रहे ओड़िशा, राजस्थान और गुजरात में भारी बारिश ने स्थिति और बिगाड़ दी है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों और उत्तरी ओड़िशा में तेज हवाओं के चलने और भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी गयी है. बहरहाल, शुक्रवार से हो रही बारिश के कारण सड़क और कोलकाता के तीन रेलवे टर्मिनल हावड़ा, सियालदह और कोलकाता से ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा, क्योंकि रेलवे ट्रैक पर भी जलजमाव हो गया था.
इधर, बाढ़ संभावित बिहार में सूखा : इंटरनेशनल वाटर मैनेजमेंट इंस्टीटय़ूट ने कहा है कि 94,163 वर्ग किलोमीटर में फैला बिहार देश का सबसे ज्यादा बाढ़ संभावित राज्य है, लेकिन जिस समय राजस्थान जैसे राज्य में बाढ़ की स्थिति है, बिहार में सूखा पड़ गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर बिहार के 76 फीसदी लोगों पर बाढ़ का खतरा बना रहता है. करीब 1.5 करोड़ लोग हर वर्ष बाढ़ का सामना करते हैं. बाढ़ की वजह से हर वर्ष तीन लाख मीट्रिक टन धान का नुकसान होता है.
गुजरात : गुजरात में बाढ़ से हालात बदतर हैं. मृतकों की संख्या 70 पार कर गयी है. डेयरी उत्पादों की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है.
राजस्थान : लगातार बारिश से प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. नदी-नाले उफान पर हैं. जरूरी चीजों की सप्लाई नहीं होने से महंगाई आसमान छू रही है.
मणिपुर में 21 की मौत : दो सौ वर्ष की सबसे भीषण तबाही ङोल रहे मणिपुर में शनिवार को म्यांमार सीमा के निकट हुए भू-स्खलन में 21 लोगों की मौत हो गयी. थाउबल जिला जलमग्न है. चंदेल जिले के कुछ भाग भी बाढ़ में डूब गये हैं. दो सप्ताह से हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने आनेवाले चार दिन तक बारिश की चेतावनी जारी की है. प्रभावित क्षेत्र से लोगों को निकाला जा रहा है. सेना लोगों की हरसंभव मदद दे रही है. इंफाल में बाढ़ का असर नहीं है. लेकिन, फसलों को भारी नुकसान हुआ है. मत्स्यपालन, सुअर पालन और पोल्ट्री कारोबार भी प्रभावित हुआ है. बाजार जलमग्न हैं, तीन दिन से बाजार और दुकानें बंद हैं.