नयी दिल्ली :कांग्रेस के 25 सांसदों के निलंबंध के खिलाफ आज कांग्रेस सांसद संसद परिसर में धरना दे रहे हैं जिसका नेतृत्व सोनिया गांधी कर रहीं हैं. इस धरने में सोनिया गांधी खुद भी नारा लगाते हुए दिखीं. इस धरने में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी , सांसद गुलाम नबी आजाद आदि शामिल हैं. संसद परिसर में धरने पर बैठे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि 25 सांसदो के निलंबन से किसी समस्या का हल नहीं निकलने वाला है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा लोकतंत्र की हत्या की गयी. सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार की ड्यूटी है कि वह सदन चलाये जिस प्रकार 25 सांसदो को निलंबित किया गया वह लोकतंत्र के खिलाफ है. व्यापमं घोटाले से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कानून का उल्लंघन किया. ललित मोदी मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री का नाम शामिल है. इसके वावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्प हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पास मन की बात करने का वक्त है लेकिन हिंदुस्तान के मन की बात सुनने का समय नहीं. हमारे 25 सांसद इस बात के गवाह हैं कि देश में किसानों और छात्रों के साथ क्या हो रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार हमें सदन से उठाकर बाहर फेंक सकती है. यदि ऐसा हुआ तो भी हम विचलित नहीं होने वाले हैं. हम इन आरोपी मंत्रियो का इस्तीफा नहीं चाहते हैं बल्कि देश की जनता उनका इस्तीफा चाहती है. हम इस मामले में अपना दबाव कम नहीं करेंगे चाहे सरकार हमें सदन से उठा कर बाहर फेंक दे.
Democracy is being murdered: Congress President Sonia Gandhi on suspension of 25MPs pic.twitter.com/CAYt5iRiAt
— ANI (@ANI) August 4, 2015
मॉनसून सत्र के दौरान ललित मोदी व व्यापमं मामले में लगातार हंगामा व विरोध कर रही कांग्रेस के 44 में से 25 सांसदों को सोमवार को पांच बैठकों के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने निलंबित कर दिया जिसका विरोध पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किया है. पांच दिन तक सोनिया और राहुल भी सदन नहीं जायेंगे.धरने पर बैठे सभी सांसदों ने अपने बांह में काली पट्टी बांध रखी है. सांसद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के खिलाफ नारे लगा रहे हैं.इस धरने में राजद, एनसीपी और समाजवादी पाटी के सांसद भी मौजूद है.
Congress protest at Gandhi statue in Parliament premises, against suspension of Congress MPs. pic.twitter.com/TReN0atpqw
— ANI (@ANI) August 4, 2015
इधर, लखनऊ में भी सांसदों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय के पास नारे लगा रहे हैं. 25 सांसदों के निलंबन के बाद अब अगले पांच दिन लोकसभा में कांग्रेस के 44 में से सिर्फ 19 सांसद ही बचे हैं.
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने यह कार्रवाई उनकी मनाही के बावजूद सदन में पोस्टर दिखाने और आसन के सामने आने को लेकर किया है. इससे पहले पिछले सप्ताह भी अध्यक्ष ने कांग्रेस के एक सदस्य अधीर रंजन चौधरी को इसी आधार पर एक दिन के लिए निलंबित किया था. लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों के नाम पढ़ते हुए चेतावनी दी और कांग्रेस नेताओं से कहा कि वे इस मामले को देखें. कड़ी कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें. इसके बावजूद ये सदस्य नहीं माने. इस पर अध्यक्ष ने उन्हें नियम 374- ए के तहत निलंबित कर दिया.
16वीं लोस की बड़ी कार्रवाई
16वीं लोकसभा में अध्यक्ष की ओर से सदस्यों के खिलाफ की गयी अब तक की यह सबसे कड़ी कार्रवाई है. कांग्रेस सदस्यों द्वारा भाजपा के विपक्ष में रहते हुए यही आचरण करने के तर्को के जवाब में अध्यक्ष ने कहा कि सालों साल से यही होता आ रहा है. इसे कहीं तो रोकना होगा न.
25 सदस्य जो हुए निलंबित
बीएन चंद्रप्पा, संतोष सिंह चौधरी, अबु हसन खान चौधरी, सुष्मिता देव, आर ध्रुव नारायण, निनोंग इरिंग, गौरव गोगोई, सुकेंद्र रेड्डी गुथा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, के सुरेश, एसपीएम गौड़ा, अभिजीत मुखर्जी, मुल्लापल्ली रामचंद्रन, केएच मुनियप्पा, बीवी नायक, विसेंट एच पाला, एमके राघवन, रंजीत रंजन, सीएल रुआला, ताम्रध्वज साहू, राजीव शंकर सातव, रवनीत सिंह, डीके सुरेश, केसी वेणुगोपाल और थोकचोम मेनिया.