ललित मोदी प्रकरण को लेकर राज्यसभा में गतिरोध बरकरार
नयी दिल्ली : राज्यसभा में ललित मोदी प्रकरण एवं व्यापमं घोटाले को लेकर विदेश मंत्री और दो प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के हंगामे के कारण आज भी गतिरोध जारी रहा तथा बैठक को करीब 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित […]
नयी दिल्ली : राज्यसभा में ललित मोदी प्रकरण एवं व्यापमं घोटाले को लेकर विदेश मंत्री और दो प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के हंगामे के कारण आज भी गतिरोध जारी रहा तथा बैठक को करीब 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया जब दोबारा राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुयी तो नजारा पहले जैसा ही था जिसके बाद कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
सदन की बैठक शुरु होते ही कांग्रेस के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए. लोकसभा में कल 25 कांग्रेस सदस्यों को निलंबित किए जाने के बाद आज उच्च सदन में इस पार्टी के सदस्य बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर आए थे. कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। दो सदस्यों ने दो अलग अलग पोस्टर ले रखे थे जिनमें से एक पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अन्य पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तस्वीर थी एवं उस पर भी नारे लिखे थे. हंगामे के बीच ही उपसभापति पी जे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने आसन के समक्ष आकर काला कपडा लहराना शुरु कर दिया. कुरियन ने उन्हें ऐसा नहीं करने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा करना अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा है तथा मिस्त्री जैसे वरिष्ठ नेता से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती.
आसन के समक्ष आज आए कांग्रेस सदस्यों में जयराम रमेश और रेणुका चौधरी जैसे पूर्व केंद्रीय मंत्री भी थे जो विरोध जताने के लिए आमतौर पर आसन के समक्ष नहीं आते हैं. हंगामे के दौरान वाम, जदयू, सपा, तृणमूल कांग्रेस आदि दलों के कई सदस्य भी अपने स्थानों पर खडे थे. उपासभापति कुरियन ने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के सदस्यों को अपने स्थानों पर जाने और वहां से अपनी बात कहने का कई बार अनुरोध किया। लेकिन इस अपील का कोई प्रभाव नहीं होते देख उन्होंने बैठक को महज दस मिनट के भीतर ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
उल्लेखनीय है कि ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस नीत विपक्ष के हंगामे के कारण 21 जुलाई से शुरु हुए मानसून सत्र में उच्च सदन में लगातार गतिरोध बना हुआ है. लोकसभा में कल हंगामा कर रहे कांग्रेस के 25 सदस्यों को अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने पांच दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया था. इसके विरोध में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कांग्रेस सांसदों ने आज सुबह संसद भवन परिसर में गांधीजी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया.