नयी दिल्ली : सरकार ने आज कहा कि वह विविध क्षेत्रों में पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के शानदार योगदान एवं यादों को संस्थागत रूप देगी. लोकसभा में गोपाल शेट्टी एवं कुछ अन्य सदस्यों के सवाल के जवाब में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डा. हर्षवर्द्धन ने यह जानकारी दी और कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल इस विषय पर चर्चा करेगा हालांकि उन्होंने इसका ब्यौरा नहीं दिया. डा. कलाम 2002-07 के दौरान देश के राष्ट्रपति थे और उनका निधन 27 जुलाई को हुआ.
उन्हें देश के मिसाइल विकास, विज्ञान एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘हम विज्ञान, मूल्यों और शिक्षा से जुडे विविध क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए ‘कलाम की स्मृति’ को संस्थागत रूप देंगे.’ यह पूछे जाने पर क्या सरकार कलाम के नाम पर कोई सम्मान घोषित करने पर विचार कर रही है, उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर पूरे देश की यह भावना है.’
सदन में जब मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से पूछा गया कि क्या राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का नाम कलाम के समर्पित करने पर सरकार विचार कर रही है, उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब देने की बजाये यह कहा कि कलाम हमेशा से हमारे प्रेरणास्रोत रहे हैं और वह चाहते थे कि देश के युवाओं की क्षमता का सदुपयोग किया जाना चाहिए. राष्ट्रीय आविष्कार योजना को नौ जुलाई को डा. कलाम ने ही पेश किया था जिसमें 6 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को विज्ञान, गणित एवं नयी खोजों के क्षेत्रों में प्रोत्साहित करना है. इसके तहत स्कूल में ऐसे कार्यो को आइआइटी, आइआइएम, केंद्रीय विश्वविद्यालय आदि आगे बढाने में मदद करेंगे.