शिमला : बादल फटने से आयी बाढ, चार की मौत

शिमला : मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र में शनिवार को बादल फटने से आयी बाढ के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित चार लोगों के मरने की आशंका है. यहां से लगभग 250 किलोमीटर दूर हुयी इस घटना के कारण बडा इलाका जलमग्न हो गया, कई वाहन बह गये और 100 से अधिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2015 9:19 AM

शिमला : मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र में शनिवार को बादल फटने से आयी बाढ के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित चार लोगों के मरने की आशंका है. यहां से लगभग 250 किलोमीटर दूर हुयी इस घटना के कारण बडा इलाका जलमग्न हो गया, कई वाहन बह गये और 100 से अधिक सडकें बाधित हो गई.

पुलिस ने बताया कि भूस्खलन के कारण एक घर के ध्वस्त हो जाने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मारे जाने की आशंका है जबकि ब्यास नदी की सहायक नदी सोन खुद में पानी के तेज बहाव में एक साधु बह गया. पुलिस ने बताया कि सोन खुद नदी का पानी धरमपुर बस स्टैंड पर आ जाने से दुकानें और कई घर जलमग्न हो गये और बस स्टैंड पर इंतजार कर रहे 10 से अधिक व्यक्तियों को पहले मंजिल पर जाना पडा. तीन बसों, चार दर्जन मकानों और दुकानों को क्षति हुयी है और कई हल्के वाहन पानी में बह गए.

पुलिस ने बताया कि भारी वर्षा से धर्मशाला, कांगडा, सुजानपुर, सुंदरगढ और अन्य स्थानों पर बाढ आ गई। राष्ट्रीय राजमार्ग 88 दो स्थानों पर बाधित हुआ जबकि भूस्खलनों से मंडी, कुल्लू, चंबा, शिमला और कांगडा जिलों में 100 से अधिक सम्पर्क सडकें बाधित हुई है. राज्य में सभी प्रमुख नदियों और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं और प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और ऐहतियाती कदम उठाने के लिए कहा है.

स्थानीय विधायक मोहिंदर सिंह और भाजपा नेता पी के धूमल ने कहा है कि बाढ में पांच लोगों की मौत हुई है लेकिन स्थानीय प्रशासन ने पुष्टि की कि केवल तीन लोग जिंदा दफन हो गए. स्थानीय मौसम विभाग ने कल कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी दी है. वहीं अगले छह दिनों के दौरान निचले, मध्यम और उंचे पर्वतीय इलाकों में वर्षा और गरज के साथ वर्षा हो सकती है.

इस बीच मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सभी उपायुक्तों, पुलिस, होमगार्ड और सभी विभागों को राज्य में हाल में हुई भारी वर्षा, बाढ और भूस्खलन के मद्देनजर सतर्क रहने का निर्देश दिया है.

Next Article

Exit mobile version