नयी दिल्ली : एक विशेष अदालत ने एम्स के निदेशक से कहा है कि वह इनेलोद नेता अजय चौटाला के स्वास्थ्य की डॉक्टरों के एक दल से जांच कराएं और रिपोर्ट दाखिल करें. चौटाला के खिलाफ आय के ज्ञात स्त्रोंतों से अधिक संपत्ति के मामले में सुनवाई चल रही है और बताया जाता है कि उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारण का हवाला दे कर अदालत में पेश होने से छूट मांगी है.
बताया जाता है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पुत्र अजय द्वारा गुडगांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती किए जाने की बात कहने पर सीबीआई के विशेष न्यायाधीश संजय गर्ग ने कहा कि अजय चौटाला के स्वास्थ्य के बारे में एम्स के डॉक्टरों से ‘दूसरी राय ’ लिया जाना चाहिए. निजी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से चौटाला के स्वास्थ्य के बारे में एक रिपोर्ट मांगी गई। अदालत के अनुसार, छह जुलाई की रिपोर्ट में चिकित्सा अधीक्षक ने उनके स्वास्थ्य के बारे में बताया जिसके अनुसार, उन्हें 18 जून को उन्हें आईसीयू में भर्ती करना जरुरी हो गया था.
इस पर विशेष अदालत ने उनके स्वास्थ्य के बारे में ‘दूसरी राय ’ के लिए कहा. न्यायाधीश ने यह भी कहा कि पहले भी दो बार एम्स के निदेशक द्वारा गठित चिकित्सा बोर्ड चौटाला के स्वास्थ्य की जांच कर चुका है. साथ ही अदालत ने एम्स के चिकित्सा अधीक्षक से 25 अगस्त को मामले की अगली सुनवाई के दौरान रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. न्यायाधीश ने जेल के अधीक्षक से कहा है कि वह चिकित्सा अधीक्षक से पहले समय ले लें और फिर चौटाला को चिकित्सा अधीक्षक के समक्ष पेश करें. अजय चौटाला के खिलाफ आय के ज्ञात स्नेतों से अधिक संपत्ति रखने के मामले में सुनवाई चल रही है. उनके भाई अभय चौटाला और पिता तथा इनेलोद प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के खिलाफ ऐसे ही मामले अदालत में लंबित हैं. ये मामले हरियाणा कांग्रेस के नेता शमशेर सिंह सुरजेवाला की शिकायत पर दर्ज किए गए थे.