संसद LIVE : दोनों सदनों में हंगामा, राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित
02 : 00 PM सदन में भारी हंगामें के बीच राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी है. वहीं लोकसभा में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी बीच भाजपा के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सदन नहीं चलने देना चाहती है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस […]
02 : 00 PM
सदन में भारी हंगामें के बीच राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी है. वहीं लोकसभा में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी बीच भाजपा के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सदन नहीं चलने देना चाहती है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस किसी भी तरह सदन को चलने नहीं देना चाहती है, कांग्रेस जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने देना चाहती है. जिससे अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है.
12 : 00 PM
12 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के हंगामे के कारण 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. विपक्ष नागा शांति समझौता, बिहार मे राज्यपाल की नियुक्ति और ललित मोदी मुद्दे पर पीएम से जवाब मांग रही है. इसी के साथ राज्यसभा की कार्यवाही भी महज पांच मिनट के बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
11 : 20 AM
ललित मोदी और व्यापमं प्रकरण पर कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. कांग्रेस की ओर से मलिकार्जुन खडगे ने सुषमा पर सवाल उठाये साथ ही व्यापमं को लकर भी कांग्रेस ने काफी हंगामा किया. हंगामे के कारण स्पीकर ने विपक्षी दलों को बातचीत के लिए अपने कक्ष में बुलाया.
11 : 10 AM
राज्यसभा में भी कांग्रेस का हंगामा जारी है. कांग्रेस के हंगामे और नारेबाजी के बीच सरकार की ओर से बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस सदन नहीं चलने देना चाहती है. जेटली ने कहा कि नागा समझौते पर कांग्रेस का आरोप गलत है. दोनों सदनों में कांग्रेस का हंगामा सरासर गलत है. हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी.
11 : 00 AM
कांग्रेस ने लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस की मांग है कि ललित मोदी मुद्दे पर सरकार स्पष्टीकरण दे. राज्यसभा में भी कांग्रेस का हंगामा जारी है. लोकसभा में विपक्ष हाथों पर काली पट्टी बांधे प्रदर्शन करते देखे गये. कांग्रेस ने सुषमा के कदम को राष्ट्रविरोधी बताया.
नयी दिल्ली : मॉनसून सत्र के अंतिम दिनों में भी संसद में गतिरोध खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. कांग्रेस ने रविवार को ललित मोदी और व्यापमं मुद्दों पर अपने रुख में किसी ढिलाई के कोई संकेत नहीं दिये और ‘अपशब्दों की राजनीति ‘ के लिए भाजपा की आलोचना की. सत्तारूढ़ पार्टी ने भी कांग्रेस पर यह कहते हुए अपने हमले की धार तेज कर दी कि इसने सत्र के दौरान ‘व्यावधानकारी और विध्वंसक’ भूमि का निभायी है. क्योंकि, यह ‘राजनीति क रूप से दिवालिया’ हो गयी है.
कांग्रेस के वे 25 लोकसभा सदस्य सोमवार को सदन में लौटेंगे, जिन्हें अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उद्दंड व्यवहार के लिए पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया था. हालांकि, कांग्रेस नेता इन सवालों से बचते नजर आये कि क्या सांसद सदन में दोबारा तख्तियां दिखायेंगे. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कांग्रेस से अपील की कि वह सत्र के शेष चार दिनों में संसद को कामकाज करने दे. सरकार गतिरोध को तोड़ने के लिए किसी भी उचित परामर्श पर विचार करने को तैयार है.
विपक्ष ललित मोदी विवाद पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा व्यापमं घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर अड़ा है, जिससे ससंद की कार्यवाही बाधित हुई है.
भूमि बिल पर आज होगी चर्चा
बहुप्रतीक्षित भूमि अधिग्रहण विधेयक पर गठित संसद की संयुक्त समिति सोमवार को विधेयक के तीन महत्वपूर्ण प्रावधानों पर सर्वसम्मति बनाने के लिए विचार-विमर्श करेगी, जिनमें जमीन का इस्तेमाल पांच साल तक नहीं होने पर उसे उसके मालिक को लौटाने का प्रावधान भी शामिल है. सहमति उपबंध और सामाजिक प्रभाव आकलन को प्रस्तावित कानून में वापस शामिल किये जाने समेत छह महत्वपूर्ण मुद्दों पर समिति पहले ही सर्वसम्मत समझौते पर पहुंच चुकी है. अब वह दस अगस्त की बैठक में बाकी तीन मुद्दों पर अपने विचारों को अंतिम रूप देने की कवायद शुरू करेगी. समिति को अगले ही दिन अपनी रिपोर्ट सौंपनी है.