लोस में ”राधे मां” का मुद्दा उठा, भावनाओं से खेलने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
नयी दिल्ली : दहेज प्रताड़ना के आरोप में फंसी राधे मां सहित स्वयंभू संतों का मुद्दा आज लोकसभा में उठा. भाजपा सांसदों ने लोगों की भावनाओं से खिलवाड करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. राधे मां और साधु संतों से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए भाजपा सदस्य जगदम्बिका पाल ने शून्यकाल […]
नयी दिल्ली : दहेज प्रताड़ना के आरोप में फंसी राधे मां सहित स्वयंभू संतों का मुद्दा आज लोकसभा में उठा. भाजपा सांसदों ने लोगों की भावनाओं से खिलवाड करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. राधे मां और साधु संतों से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए भाजपा सदस्य जगदम्बिका पाल ने शून्यकाल में मांग की कि सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई करनी चाहिए जो लोगों की भावनाओं को आहत करते हैं.
उन्होंने कहा कि राधे मां और सारथी बाबा जैसे लोग आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और सरकार को फर्जी साधु और साध्वियों के खिलाफ कठोर कदम उठाना चाहिए. कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के बीच भाजपा सदस्य रमेश बिधूडी ने दिल्ली में ट्रैफिक जैम की समस्या उठायी और आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार केवल नौटंकी करने में लगी है और राष्ट्रीय राजधानी की ट्रैफिक जैम की की समस्या से निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही.
उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण राजधानी के कई इलाकों में पानी भरा हुआ है और रोजाना कार्यालयों आदि जाने वाले लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. उपाध्यक्ष एम थंबीदुरै ने ललित मोदी और व्यापमं मामले को लेकर कांग्रेस सदस्यों द्वारा की जा रही नारेबाजी के बीच ही शून्यकाल चलाया.
तृणमूल कांग्रेस सदस्य सौगत राय ने यह कहते हुए शून्यकाल में अपनी बात रखने से मना कर दिया कि सदन में व्यवस्था नहीं है इसलिए वह अपनी बात नहीं रखेंगे.