श्रीनगर : पांच अगस्त को उधमपुर में बीएसएफ के बस पर हमला करने के बाद जिंद पकड़ में आये पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद कासिम उर्फ नावेद से पूछताछ के लिए एनआईए चीफ शरद कुमार श्रीनगर रवाना हो गये हैं. उम्मीद है पूछताछ के बाद आज नावेद को दिल्ली लाया जायेगा. एनआइए पाकिस्तान से आतंकी नावेद के बारे में तमाम जानकारियों को औपचारिक मांग भी करेगा.
इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से नावेद का दिल्ली में नारको टेस्ट भी किया जायेगा. कल मंगलवार को विशेष अदालत ने आतंकी नावेद को 14 दिनों की रिमांड पर भेजा है. इस दौरान एनआइए उससे विशेष पूछताछ करेगी और तमाम जानकारिया जुटाने का भी प्रयास करेगी. एनआइए नावेद के बारे में जानकारियां जुटा कर उसके खिलाफ ठोस केस दर्ज करने की तैयारी में है. इधर नावेद बार-बार अपना बयान बलर रहा है.
गौरतलब है कि उधमपुर जिले में समरोली के निकट जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर बीएसएफ के काफिले पर आतंकवादियों ने पांच अगस्त को तडके हमला कर दिया. इस हमले में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गये. जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी ढेर हो गये. इस हमले में आठ अन्य लोग घायल हो गये थे. पिछले एक दशक से अधिक समय में यह उधमपुर में इस प्रकार का पहला हमला है. इससे कुछ ही दिन पहले पंजाब के दीनानगर में आतंकवादी हमला हुआ था.
उधमपुर जम्मू कश्मीर के उन चार जिलों में से एक है जहां हालात में सुधार का हवाला देकर उमर अब्दुल्ला नीत राज्य सरकार विवादास्पद सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) हटाना चाहती थी. उमर अब्दुल्ला नीत राज्य सरकार उधमपुर के अलावा जिन जिलों से अफस्पा हटाना चाहती थी, उनमें कश्मीर घाटी के श्रीनगर एवं बडगाम जिले और जम्मू क्षेत्र का जम्मू जिला शामिल है. स्थानीय निवासी विक्रमजीत सिंह और राकेश कुमार शर्मा ने बहादुरी का परिचय देते हुए एक जिंदा आतंकी को पकड़कर पुलिस के हवाले किया.
आतंकी के पकड़े जाने के बाद विक्रमजीत ने बताया कि आतंकवादी ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने उसे रास्ता नहीं दिखाया तो वह उनके परिवार को जान से मार डालेगा. उन्होंने कहा कि उसे कुछ खाने की भी पेशकश की गयी. विक्रमजीत और राकेश ने आतंकवादियों से मुकाबला किया और काफी संघर्ष के बाद उसे पकड लिया. विक्रमजीत ने कहा, मैंने उसकी गर्दन पकडी और उसने (राकेश ने) उसकी बंदूक पकड ली. उसने (आतंकवादी ने) कुछ गोलियां चलाई लेकिन हम बाल-बाल बच गये और उसे पकड लिया. जम्मू कश्मीर पुलिस ने दोनों नागरिकों की बहादुरी को सलाम करते हुए उन्हें सौर्य चक्र देने की सिफारिश की है साथ ही पुलिस विभाग में उन्हें नौकरी देने की भी बात की है.