अपने ऊपर की गयी टिप्पणी के खिलाफ 11 साल बाद वेल में पहुंचीं सोनिया गांधी
नयी दिल्ली : लोकसभा में ‘ललित मोदी’ मामले पर चर्चा के दौरान आज जोरदार हंगामा हुआ. सदन में जब चर्चा चल रही थी उस समय भाजपा सांसद की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निजी टिप्पणी की गयी जिसके बाद कांग्रेस सांसद हंगामा करते हुए वेल में पहुंच गये और सरकार से इस टिप्पणी […]
नयी दिल्ली : लोकसभा में ‘ललित मोदी’ मामले पर चर्चा के दौरान आज जोरदार हंगामा हुआ. सदन में जब चर्चा चल रही थी उस समय भाजपा सांसद की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निजी टिप्पणी की गयी जिसके बाद कांग्रेस सांसद हंगामा करते हुए वेल में पहुंच गये और सरकार से इस टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग करने लगे. सत्ता पक्ष के एक सदस्य की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर कोई टिप्पणी किए जाने पर भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही करीब दो बजे, पौने तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
इधर, सोनिया गांधी पर की गयी निजी टिप्पणी को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. अपने ऊपर की गयी टिप्पणी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कांग्रेस सांसदों के साथ वेल पर पहुंच गयी और विरोध जताया. 11 साल के बाद वह अपना विरोध जताने वेल पर पहुंची.
ललित मोदी मामले पर चर्चा के दौरान कांग्रेस ने कहा , हमने ललित गेट मामले पर प्रधानमंत्री से सात सवाल पूछे है जिसपर जवाब चाहते हैं. राज्यस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर हमला करते हुए मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ललित मोदी ने खुद कहा है कि उनकी मदद वसुंधरा राजे ने की है. वसुंधरा राजे का नाम आने के बाद लोकसभा में जोरदार हंगामा शुरू हो गया. खड़गे ने कहा कि वसुंधरा ने कहा था कि मैंने जो मदद की उसकी जानकारी भारत सरकार को नहीं होनी चाहिए. हम कहना चाहते हैं कि ललित मोदी को जो जान मिली वह राज्यस्थान से मिली है.
खड़गे ने कहा भारत सरकार के कहने पर भी ललित मोदी हाजिर नहीं हुए. ललित मोदी ने अपनी पत्नी की बीमारी को प्राथमिकता नहीं दी. उसने बीमारी की बात हमेशा तीसरे नंबर पर रखी. शादी और मुलाकात को उसने प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा कि देश का 460 करोड़ लेकर भगाने वाले की मदद सुषमा ने की है. ललित मोदी के सुषमा के साथ पैसों का लेनदेन हो सकता हैं. मानवीय आधार पर एक टैक्स चोर की मदद की गयी. सुषमा ने गलती की इसलिए हम इस्तीफा मांग रहे हैं.
खड़गे ने कहा पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने ब्रिटेन को दो बार पत्र लिखा था सरकार में हिम्मत है तो वह पत्र सामने लाये. आरटीआइ में पत्र के बारे में नहीं बताया गया. सुषमा पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि परिवार वालों ने एक घोटालेबाज की मदद क्यों की ? मानवीय आधार पर मदद करनी थी तो कानून के हिसाब से मदद करनी चाहिए थी. गलती को छुपाने के लिए ब्रिटेन से मौखिक बातचीत की गयी जिसका रिकार्ड मौजूद नहीं है. खडगे ने कहा कि विदेश मंत्री ने एक भगोड़े की मदद की. सब जानते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ललित मोदी की मदद की. ललित मोदी पर कई आरोप हैं. आइपीएल घोटाले में उसका नाम है. सुषमा ने पासपोर्ट पर उन्हें चुनौति क्यों नहीं दी ?
खड़गे ने कहा स्वार्थी को कभी अपना दोष नहीं दिखता हैं. सरकार मद में है इसलिए विपक्ष को डरा रही है. सदन चलाना सरकार का काम है. सरकार विपक्ष की नहीं सुन रही है. उन्होंने कहा कि पीएम का चर्चा के दौरान सदन में रहना जरुरी है. पीएम आकर हमारी बात सुने. यदि हम चर्चा करें और वह नहीं सुने तो कोई फायदा होने वाला नहीं है. ललित मोदी मामले पर कांग्रेस सांसद मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार ने स्पीकर पर दबाव डाला है. कांग्रेस के इस आरोप पर सरकार ने आपत्ति जतायी. खड़गे ने कहा कि हम हंगामे के खिलाफ हैं. यदि पहले ही कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार किया जात तो ऐसा नहीं होता.