व्यवधान का हथकंडा अपनाने वाली कांग्रेस पडी अलग-थलग : राजग

नयी दिल्ली : सरकार ने आज दावा किया कि उसने संसद के पूरे मानसून सत्र में ह्यव्यवधान का हथकंडा अपनाने वाली कांग्रेस को सत्र के समापण से एक दिन पहले अलग-थलग कर दिया है और जीएसटी विधेयक पारित कराने के लिए सत्र की बैठक फिर से बुलाने का विकल्प खुला है. मानसून सत्र के अनिश्चितकाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2015 4:02 PM
नयी दिल्ली : सरकार ने आज दावा किया कि उसने संसद के पूरे मानसून सत्र में ह्यव्यवधान का हथकंडा अपनाने वाली कांग्रेस को सत्र के समापण से एक दिन पहले अलग-थलग कर दिया है और जीएसटी विधेयक पारित कराने के लिए सत्र की बैठक फिर से बुलाने का विकल्प खुला है. मानसून सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद राजग सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च किया और कांग्रेस द्वारा संसद के कामकाज को बाधित करने के विषय को उठाया.
संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन राजग के लोकसभा और राज्यसभा में सदन के नेताओंे के साथ विचार विमर्श के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बेहद हंगामेदारी सत्र के दौरान समर्थन के लिए सहयोगी दलों को धन्यवाद दिया. बैठक में संसद के दोनों सदनों के राजग के नेताओं ने हिस्सा लिया. इसमें सरकार ने दावा किया कि कांग्रेस संसद सत्र के समापण के एक दिन पहले ललित मोदी प्रकरण विवाद पर लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के जवाब से पूरी तरह से घिर गई.
बैठक में राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रुडी, शिवसेना नेता संयज राउत, अकाली दल के सुखदेव सिंह ढिंढसा और रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, स्वाभिमानी शेटकारी संगठन के राजू शेट्टी, तेदेपा के वाई एस चौधरी और टी नरसिम्हन, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, आरएलएसपी के अरुण कुमार और आरपीआई के रामदास आठवले ने हिस्सा लिया.
बताया जाता है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राजग नेताओं से कहा कि कांग्रेस ने आक्रामक तरीके से सरकार के खिलाफ अभियान शुरु किया और ऐसी टिप्पणियां की जाने लगीं कि सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है जबकि मुख्य विपक्षी दल सत्र मंे अंत में खुद ही पूरी तरह से घिर गया.
वेंकैया नायडू ने भी कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के सदस्यों की ओर से लोकसभा में पोस्टर, तख्तियां दिखाना पूरी तरह से स्पीकार के पद की अवमानना है.
उन्होंने कहा कि ललित मोदी प्रकरण में सुषमा स्वराज के जवाब और सरकार का मजबूती से बचाव करने से कांग्रेस के असल अभियान का पर्दाफाश हो गया है.
सरकारी सूत्र ने बताया कि यह स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक थी और इसमें आगे की रणनीति पर भी विचार हुआ.
बहरहाल, जीएसटी विधेयक पारित कराना सुनिश्चित करने को उत्सुक सरकार ने संसद सत्र को फिर से बुलाने का विकल्प खुला रखा है. राजनीतिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने के तत्काल बाद ही इसका सत्रावसान करने की सिफारिश नहीं करने का निर्णय किया.
राजग संसदीय दल ने कांग्रेस द्वारा संसद में हंगामा किए जाने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया, महीने भर तक अभियान चलाकर जनता के सामने कांग्रेस को बेनकाब करने की प्रतिबद्धता जतायी.

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