जम्मू : उधमपुर में आतंकवादी हमले के दौरान जिंदा गिरफ्तार किये गये कथित पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद नावेद याकूब को करीब आठ दिन तक लगातार पूछताछ के बाद आज कड़ी सुरक्षा में यहां लाया गया और यहां वह लाई डिटेक्शन जांच से गुजरेगा.
जम्मू के दो दिवसीय दौरे से लौटे एनआईए प्रमुख शरद कुमार ने कहा कि एजेंसी के पास सबूत हैं कि नावेद पाकिस्तान का है और लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा था. इसी संगठन ने उसे हथियारों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दिया था और आतंकवादी संगठन के विस्तार के लिए युवकों की भर्ती का भी प्रशिक्षण दिया था.
कुमार ने कहा, जहां तक पाकिस्तानी मूल की बात है, तो यह साफ है, क्योंकि एनआईए के पास पर्याप्त सबूत हैं. आतकंवाद निरोधक एजेंसी के प्रमुख ने मामले को बहुत संवेदनशील करार दिया जिसकी पूरी तरह और सावधानी से जांच होनी चाहिए. पाकिस्तान के फैसलाबाद के रहने वाले 20 से 25 साल की उम्र के नावेद को अनेक केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा और अधिक पूछताछ के लिए यहां लाया गया है.
एनआईए प्रमुख ने कहा कि चूंकि नावेद अब भी कुछ चीजें छिपा रहा है, इसलिए उसे लाई डिटेक्शन जांच समेत कुछ वैज्ञानिक परीक्षणों से गुजरना होगा. कुमार की मौजूदगी में कल नावेद से पूछताछ की गयी थी. उसने कहा कि उसने कश्मीर में घुसपैठ करने से पहले इस साल मार्च महीने से 25 अन्य के साथ पाकिस्तान में छह सप्ताह का एक रिफ्रेशर कोर्स किया था.
इससे पहले वह प्रशिक्षण के दो मोड्यूल दौर-ए-आम और दौर-ए-खास से गुजरा था. पहले में लश्कर सदस्य को शारीरिक चुस्ती, पहाडों पर चढ़ने और छोटे हथियारों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जाता है, और दूसरे में राइफलों आदि चलाना तथा छोटे विस्फोटक बनाना सिखाया जाता है. नावेद को 24 अगस्त तक एनआईए की हिरासत में भेजा गया है.