मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड ने शुरू की धर्म और संविधान बचाने की मुहिम
भोपाल: केंद्र में सरकार बदलने के बाद धर्म विशेष को बढावा देने के प्रयासों पर चिंता जाहिर करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने आज से देशव्यापी ‘दीन और दस्तूर बचाव तहरीक’ (धर्म एवं संविधान बचाने हेतु मुहिम) की शुरुआत की है. एआईएमपीएलबी के कार्यकारी महासचिव मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने आज […]
भोपाल: केंद्र में सरकार बदलने के बाद धर्म विशेष को बढावा देने के प्रयासों पर चिंता जाहिर करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने आज से देशव्यापी ‘दीन और दस्तूर बचाव तहरीक’ (धर्म एवं संविधान बचाने हेतु मुहिम) की शुरुआत की है.
एआईएमपीएलबी के कार्यकारी महासचिव मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने आज यहां संवाददाताओं से बिना किसी का नाम लिये कहा, ‘‘जब से केंद्र में सत्ता परिवर्तन हुआ है, धर्मनिरपेक्षकता की कीमत पर किसी धर्म विशेष को बढावा देने के प्रयास किये जा रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बचाने के लिये आज से देशव्यापी ‘दीन और दस्तूर बचाव तहरीक’ की शुरुआत की गयी है.’’रहमानी ने कहा कि यह महसूस किया जा रहा है कि भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य से धर्म विशेष आधारित देश बनाने के इरादे से भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्षता, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे जैसे मूल सिद्धांतों पर समझौता किया जा रहा है और एआईएमपीएलबी इसका कड़ा विरोध करता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा के दौरान वहां स्थित विश्व की तीसरी सबसे बडी मस्जिद में कल उनके जाने के सवाल पर रहमानी ने कहा, ‘‘बेहतर होता कि दूसरे देश की किसी मस्जिद में जाने से पहले मोदी भारत की मस्जिद में जाते.’’ उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी की रपट के अनुसार देश में मुस्लिम शिक्षा और आर्थिक क्षेत्र में पिछडे हुए हैं लेकिन वर्तमान सरकार ने इनकी दशा सुधारने के दिशा में अब तक कोई प्रयास नहीं किये हैं.