नयी दिल्ली : बिहार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आरा की रैली में सवा लाख करोड़ के पैकेज का एलान किया है जिसके बाद बहस शुरू हो गयी है. इस पैकेज को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास बिहार को देने के लिए करोड़ों का पैकेज है लेकिन वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर धरने पर बैठे भूतपूर्व सैनिकों के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं.यदि ऐसा ही चलता रहा तो कोई मां अपने लाल को धरती मां की रक्षा के लिए सीमा पर नहीं भेजेगी.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मंगोलिया को पैसे दे सकते हैं लेकिन सैनिकों के लिए उनके पास फंड नहीं है. भले ही टैक्स में बढोत्तरी कर दी जाये लेकिन इस सैनिकों को इनका हक दिया जाये.बिहार को पैकेज इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि वहां चुनाव होने वाले हैं.
वहीं दूसरी ओर, प्रधानमंत्री के इस पैकेज को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नरेंद्र मोदी पर हमला किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे याचक बताया है, लेकिन मैं उनकी बातों का बुरा नहीं मानता हूं, क्योंकि बिहार के विकास व हित के लिए मैं बार- बार याचक बनने को तैयार हूं. प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज को उन्होंने स्पेशल पैकेज नहीं, इसे झूठ की री-पैकेजिंग बताया.
इधर, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक जुमला बताया और कहा कि उन्होंने पहले विशेष दर्जे का वादा किया था और यह उससे भिन्न है. उन्होंने इसकी घोषणा के समय को लेकर भी सवाल किए.
बिहार के विशेष पैकेज पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि सेनाकर्मियों को ‘वन रैंक, वन पेंशन’ का वादा करके मुकरने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब बिहार की जनता को सब्जबाग दिखा रहे हैं.