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एनएसए स्तर वार्ता को लेकर भारत-पाकिस्तान में शह और मात का खेल, जानिए अबतक के दस अहम डेवलपमेंट

नयी दिल्ली : भारत-पाकिस्तान के बीच 23 व 24 अगस्त को होने वाली एनएसए स्तर की प्रस्तावित वार्ता को लेकर दोनों देशों के बीच कूटनीति पल-प्रतिपल नया मोड ले रही है. कूटनीति की बिसात पर दोनों देश प्रत्येक कुछ घंटे पर नयी चाल चल रहे हैं. लेकिन, इस शह और मात के खेल में एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2015 1:41 PM
नयी दिल्ली : भारत-पाकिस्तान के बीच 23 व 24 अगस्त को होने वाली एनएसए स्तर की प्रस्तावित वार्ता को लेकर दोनों देशों के बीच कूटनीति पल-प्रतिपल नया मोड ले रही है. कूटनीति की बिसात पर दोनों देश प्रत्येक कुछ घंटे पर नयी चाल चल रहे हैं. लेकिन, इस शह और मात के खेल में एक तरह से पाकिस्तान बेनकाब हुआ है और आतंकवाद से लडने की उसकी मंशा पर विश्व बिरादरी के समक्ष एक बार फिर सवाल उठा खडा हुआ है. दरअसल, उफा में जब वैश्विक मंच की बैठक के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नवाज शरीफ मिले थे, तो यही तय हुआ था कि दोनों देशों के बीच वार्ता की शुरुआत एनएसए लेवल की वार्ता से नयी दिल्ली में होगी और जिसका एजेंडा आतंकवाद केंद्रित होगा.
लेकिन, रंग बदलने में माहिर पाकिस्तान ने अब अपना असली रंग दिखाया है और उसने इस एजेंडे में जबरन कश्मीर को खींच लिया है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज इस बात पर अडे हुए हैं कि वे नयी दिल्ली में जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मिलेंगे ही, वहीं भारत ने पाकिस्तान को यह संदेश दे दिया है कि ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जायेगा. ऐसे में सरताज अजीज की भारत के एनएसए अजीज डोभाल से वार्ता खटाई में पड सकता है. आइए जानें इस अहम वार्ता से जुडे अबतक के दस अहम डेवलपमेंट :
1. 19 अगस्त को एनएसए स्तर की वार्ता को लेकर अहम खबर आयी कि हुर्रियत कान्फ्रेंस के अलगावादी नेताओं को पाकिस्तानी उच्चायोग ने अपने एनएसए सरताज अजीज से मिलने का न्योता दिया है. इसके अगले दिन सुबह में पुलिस ने हुर्रियत नेताओं को हिरासत में ले लिया और पूछताछ के बार छोड दिया.
2. भारत ने पाकिस्तान को यह कडा संदेश भेजा कि वह हुर्रियत नेताओं से मुलाकात नहीं करे और वार्ता को सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद पर केंद्रित करे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पाकिस्तान को ट्विट कर याद दिलाया कि दोनों देशों के पीएम के बीच उफा में यही तय हुआ था.
3. पाकिस्तान के एनएसए सरताज अजीज इस बात पर अडे हुए हैं कि वे हुर्रियत के अलगावादी नेताओं से मिलेंगे. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्लाह ने कहा कि दोनों देशों की वार्ता से पहले यह स्वभाविक है. उल्टे पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि दो महीने में भारत 70 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया है. पाकिस्तान ने शांति व सौहार्द्र की भी उम्मीद जतायी.
4. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से एनएसए स्तर की वार्ता के एजेंडे को लेकर वहां के गृहमंत्री नासिर अली ने भेंट की. दो दिन पहले उन्होंने भारत पर आतंकवाद फैलाने का झूठा आरोप लगाया था. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहेल शरीफ भी एनएसए स्तर की वार्ता के मद्देनजर नवाज शरीफ से बैठक कर चुके हैं.
5. भारत ने पाकिस्तान को एनएसए स्तर की वार्ता का 18 तारीख को एजेंडा भेज दिया है, जिस पर उसने अबतक जवाब नहीं दिया है. उधर, उसने कहा है कि भारत पाकिस्तान को डिक्टेट नहीं कर सकता है.
6. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल, रॉ व आइबी चीफ ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर एनएसए स्तर की वार्ता के एजेंडे पर चर्चा की है. उधर, एनएसएस डोभाल से एनआइए चीफ शरद कुमार भी मिलने वाले हैं. शरद कुमार उन्हें पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद के बारे में ब्रिफ करेंगे, जिस मुद्दे को भारत एनएसए स्तरीय वार्ता में उठाने की तैयारी में है.
7. अलगाववादी नेता इस बात पर कायम हैं कि वे 23 तारीख की पाकिस्तानी एनएसए सरताज अजीज से मिलेंगे. भारत सरकार ने इसके मद्देनजर जम्मू कश्मीर व दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और मुलाकात की कोशिश किये जाने पर अलगाववादियों को हिरासत में लिये जाने का निर्देश दिया है. अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने कहा है कि वे 23 की शाम पाक एनएसए से मिलेंगे. उन्होंने दोनों देशों के पीएम के सितंबर में यूएनओ सम्मेलन में शामिल होने पर भी इस मुद्दे को उठाने की मांग की है. उधर, यासीन मल्लिक को छोड सारे अलगावादी मिलने की जिद पर कायम है. सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइल उमर फारुक मिलने की कोशिश में लगे हैं.
8. कांग्रेस ने पाकिस्तान व अलगाववादियों के रुख पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पूछा है कि नरेंद्र मोदी देश को यह बतायें कि आखिर वे किस अंतरराष्ट्रीय दबाव में यह वार्ता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने भी इस पर सवाल उठाया है. मनीष तिवारी ने कहा है कि सरताज अजीज के रवैये से साफ है कि वे वार्ता करना नहीं चाहते हैं, बल्कि अलगावादियों से मिलना चाहते हैं.
9. सरकार ने पाकिस्तान को यह संदेश संकेतों में दे दिया है कि अगर वह अलगावादियों से वार्ता करता है, तो उससे वार्ता की प्रक्रिया को आगे नहीं बढाया जायेगा. केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा है कि यह बिल्कुल नहीं हो सकता है अगर आप (पाकिस्तान) आतंकवाद में संलिप्त रहते हैं तो. उन्होंने कहा है कि आप (पाकिस्तान) आतंकवाद में संलिप्त रहना चाहते हैं या हमसे वार्ता चाहते हैं.
10. भारत सरकार के संकेतों, पाकिस्तान सरकार के हठ और कश्मीर के अलगाववादियों के पाकिस्तान के हाथ में खेलने की जिद के कारण अब एनएसए लेवल की वार्ता पर गंभीर सवाल उठ खडे हुए हैं. हालांकि भारत सरकार ने इस वार्ता को रद्द नहीं करने का संकेत दिया है, लेकिन जो हालात हैं उसमें अगर यह वार्ता किसी पक्ष द्वारा टाल दिया जाये तो कोई आश्चर्य नहीं. पिछले साल सचिव स्तरीय वार्ता भी ऐसे ही टली थी. इस मामले में अगले कुछ अहम हो सकते हैं. फिर हालात ढाक के तीन पात वाले होंगे.

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