भुगतान बैंकों से बदलेगी भारतीयों की बैंकिंग की आदत : जेटली
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि प्रस्तावित भुगतान बैंकों से देश में लोगों की बैंकिंग की आदत में बदलाव आयेगा. इससे ज्यादा से ज्यादा लोग औपचारिक बैंकिंग नेटवर्क से जुडेगें और यह अर्थव्यवस्था के लिए ‘पासा पलटने’ वाला साबित होगा. रिजर्व बैंक ने 11 इकाइयों को ऐसे भुगतान बैंक खोलने […]
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि प्रस्तावित भुगतान बैंकों से देश में लोगों की बैंकिंग की आदत में बदलाव आयेगा. इससे ज्यादा से ज्यादा लोग औपचारिक बैंकिंग नेटवर्क से जुडेगें और यह अर्थव्यवस्था के लिए ‘पासा पलटने’ वाला साबित होगा.
रिजर्व बैंक ने 11 इकाइयों को ऐसे भुगतान बैंक खोलने की मंजूरी दी है. इन कंपनियों को यह बैंक 18 महीने के भीतर खोलने हैं. जेटली ने यहां इंडियन बैंक के एक समारोह में कहा ‘‘भुगतान बैंक लोगों की बैंकिंग की आदत बदल देंगे, उनके सोचने का तरीका, उनके धन रखने का तरीका बदल जाएगा, धन कहां रखेंगे इसका तरीका बदल जाएगा, उनके भुगतान का तरीका भी बदल जाएगा.’’
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बैंकिंग और अधिक प्रौद्योगिकी आधारित होगी और कोशिश है कि समाज के हर उस व्यक्ति तक बैंकिंग सुविधा का विस्तार होगा जो अब तक इससे जुडे नहीं हैं.
जेटली ने कहा कि बैंकिंग नेटवर्क का व्यापक विस्तार हो रहा है और बैंकों की वित्तीय स्थिति से अर्थव्यवस्था की चुनौतियां परिलक्षित होतीं हैं.
उन्होंने कहा ‘‘एक ओर जहां हमें इससे संतोष हो सकता है कि देश भर में नेटवर्क का विस्तार हो रहा है. वहीं इस दिशा में अभी बहुत काम होना है.’’ आरबीआई ने इसी सप्ताह डाक विभाग, रिलायंस इंडस्टरीज, आदित्य बिडला नुवो, वोडाफोन और एयरटेल समेत 11 इकाइयों को भुगतान बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी है और प्रस्ताव किया कि भविष्य में ऐसे और लाइसेंस दिए जाएंगे.
भुगतान बैंकिंग लाइसेंस के तहत कंपनियों को शुरआत में प्रति व्यक्ति एक लाख रपए जमा लेने, इंटरनेट बैंकिंग, धन हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करने और बीमा एवं म्यूचुअल फंड सेवाएं प्रदान करने की मंजूरी होगी. वे एटीएम-डेबिट कार्ड जारी कर सकते हैं लेकिन क्रेडिट कार्ड नहीं.