सरकार एनएसए स्तर की वार्ता के लिए पूर्व के नीतिगत निर्णय से हटने का कारण देश को बताये : आनंद शर्मा
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज फिर भारत पाकिस्तान के बीच 23 व 24 अगस्त को प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार (एनएसए) स्तरीय वार्ता पर सवाल उठाया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि मुंबई के 26/11 आतंकी हमले के बाद भारत ने स्पष्ट किया था कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते. और, […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज फिर भारत पाकिस्तान के बीच 23 व 24 अगस्त को प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार (एनएसए) स्तरीय वार्ता पर सवाल उठाया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि मुंबई के 26/11 आतंकी हमले के बाद भारत ने स्पष्ट किया था कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते. और, अगर आज भारत सरकार उस नीतिगत निर्णय से हटी है तो देश यह जानना चाहता है कि उसका क्या कारण है.
आनंद शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि उसे भारत की कीमत पर प्रोपेगंडा फैलाने का मौका मिले. जाने अनजाने में हमारी सरकार के द्वारा कोताही हुई है. पाकिस्तान दिखा रहा है कि भारत उससे वार्ता के लिए उत्सुक है, लेकिन उत्सुकता दिखाने का कोई कारण नहीं है.
कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि हमारा सवाल है कि क्या हमारे प्रधानमंत्री, हमारी सरकार और एजेंसियां इस बात से आश्वस्त थे कि नवाज शरीफ के साथ उफा में जो सहमति बन रही है, क्या उसे पाकिस्तान की पूरी व्यवस्था सेना आदि जो वहां की सरकार के फैसलों को प्रभावित करते हैं, का समर्थन प्राप्त है या नहीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को उफा सहमति के लिए अपनी पूरी व्यवस्था का समर्थन नहीं हासिल था, इसी कारण यह स्थिति बनी है. आनंद शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान इस बात का ठोस सबूत दे कि वह आतंकी सिंडिकेट को खत्म करने के लिए उसके उठायें.