हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ेगी शिवसेना

मुंबई : आने वाले लोकसभा चुनाव में शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर चलेगी. शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्वव ठाकरे ने दशहरा रैली में पार्टी लाइन को साफ कर दिया. उन्होंने अपील की कि सभी हिंदू नाम वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराएं और वोट देने के लिए सभी बाहर निकलें. नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2013 2:29 AM

मुंबई : आने वाले लोकसभा चुनाव में शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर चलेगी. शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्वव ठाकरे ने दशहरा रैली में पार्टी लाइन को साफ कर दिया. उन्होंने अपील की कि सभी हिंदू नाम वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराएं और वोट देने के लिए सभी बाहर निकलें. नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बताते हुए उद्धव ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने मोदी को बससे पहले समर्थन दिया था. उद्धव ठाकरे ने अपने स्पीच में मराठी अस्मिता का कही कोई जिक्र नहीं किया.

उन्होंने अपने भाषण में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, एनसपी प्रमुख शरद पवार और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर करारा हमला किया. पड़ोसी देशों द्वारा हो रहे हमले के बारे में केंद्र सरकार की खूब खिंचाई की. देश के ठप पड़ने की बात कही. मुख्यमंत्री चव्हाण पर आरोप लगाया कि वे कुछ नहीं करते. सिर्फ देखते हैं, सोचते हैं, समिति बैठाते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य का विकास कार्य ठप पड़ गया है. राज्य में किसानों के की आत्महत्या का मुद्दा भी उठाया.

उद्धव ने शिवसेना कार्यकर्ताओं से कहा, आपका विश्वास खो दिया तो हट जाउंगा

संस्थापक बाल ठाकरे के निधन के बाद शिवसेना की पहली वार्षिक दशहरा रैली पर पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि अगर उनमें कार्यकर्ताओं का विश्वास खत्म हो जाता है तो वह पद से हट जाएंगे.

उद्धव ने कहा, ‘‘जब आपको महसूस हो कि मैंने आपका विश्वास खो दिया तो मैं हट जाउंगा. मैं यह मंच छोड़ने के लिए तैयार हूं.’’ उद्धव का यह बयान दिग्गज शिवसेना नेता मनोहर जोशी की उस टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने पार्टी सुप्रीमो की शैली की परोक्ष आलोचना की थी.

दिलचस्प बात यह है कि आज जोशी मंच पर मौजूद थे और उन्हें मुख्य कार्यक्रम शुरु होने से पहले वहां से हटना पड़ा था क्योंकि पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी थी.राकांपा प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि वह प्रधानमंत्री पद की अपनी आकांक्षाएं अब भी पाल रहे हैं.

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