बाबा रामदेव और डीआरडीओ के बीच समझौता, अब साथ मिलकर बचेंगे उत्पाद
नयी दिल्ली : योगगुरू बाबा रामदेव अब भारत के प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन(डीआरडीओ) के साथ मिलकर खाद्य उत्पादों की बिक्री और उत्पाद का निर्माण भी करेंगे. इसके लिए रामदवेव की पतंजलि आयुवर्वेद लिमिटेड इस दिशा में साथ काम करने के लिए अलग योजनाएं बना रही है. डीआरडीओ कई ऐसे उत्पाद को बाबा रामदेव की सहायता […]
नयी दिल्ली : योगगुरू बाबा रामदेव अब भारत के प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन(डीआरडीओ) के साथ मिलकर खाद्य उत्पादों की बिक्री और उत्पाद का निर्माण भी करेंगे. इसके लिए रामदवेव की पतंजलि आयुवर्वेद लिमिटेड इस दिशा में साथ काम करने के लिए अलग योजनाएं बना रही है. डीआरडीओ कई ऐसे उत्पाद को बाबा रामदेव की सहायता से बेचने की योजना बना रही है जिसमें मुख्य रूप से खाद्य उत्पाद और हर्बल सप्लीमेंट शामिल है.
डीआरडीओ और बाबा रामदेव के बीच लाइसेंस के तहत समझौता हुआ है. इसमें डीआरडीओ की अनुषांगी प्रयोगशाला डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाई एल्टिट्यूड रिसर्च (डीआईएचएआर) की ओर से तैयार सीबकथोर्न (एक प्रकार का फल) पर आधारित उत्पादों की तकनीक का भी हस्तांतरण किया जाएगा. इस समझौते के पीछे का मुख्य उद्देश्य तकनीक का बेहतर लाभ उठाकर एक दूसरे की मदद करना है.
इस अवसर पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि सीबकथोर्न एक अनोखा उत्पाद है। इसके अलावा सीबकथोर्न से जुड़ी कई अन्य विधियां भी हैं जिसका पतंजलि आयुर्वेद दोहन कर सकता है. इसके अलावा दोनों एक साथ मिलकर कई ऐसे उत्पाद ला सकते हैं जिससे लोगों को काफी फायदा होगा.