पणजी: गोवा विधानसभा में बताया गया है कि गोवा सतर्कता विभाग विभिन्न आरोपों के सिलसिले में राजपत्रित अधिकारियों के खिलाफ 28 मामलों की जांच कर रहा है. इन अधिकारियों में एक डीएसपी भी शामिल हैं जिनके खिलाफ घरों में काम करने वाली नौकरानियों की स्थानीय हवाईअड्डे से होते हुए खाड़ी देशों में तस्करी करने के आरोप में जांच चल रही है.
मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने पिछले सप्ताह सदन में एक लिखित जवाब में बताया कि पूर्व पुलिस उपाधीक्षक जी पी बी म्हाप्ने पर घरों में काम करने वाली नौकरानियों को दाबोलिम (गोवा) हवाईअड्डे से गैरकानूनी तरीके से खाड़ी देश भेजने का आरोप है.सदन में पेश पार्रिकर के जवाब मे कई तरह की अनियमितताओं का जिक्र है जिनमें से ज्यादातर सरकारी अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने से संबंधित हैं.
पूर्व सूचना एवं प्रचार निदेशक मेनिनो पेरेज पर तत्कालीन (कांग्रेस नीत) सरकार के दो साल पूरे होने पर पुस्तिकाओं के प्रकाशन में अनियमितताओं के कुछ मामले सहित अन्य मामले दर्ज हैं. इनमें तीसरे गोवा राज्य फिल्म महोत्सव में दो अन्य अधिकारियों के साथ मिल कर अनियमितताएं करने का आरोप भी शामिल है.गोवा इंजीनियनिंग कॉलेज के दो प्राध्यापकों मुथुलुरा रयाडु और एस वी बालाबुब्रामन्यम पर ‘‘ड्यूटी से अनधिकृत तरीके से अनुपस्थित रहने का’’ आरोप है. अग्नि एवं आपात सेवा निदेशक अशोक मेनन पर भ्रष्टाचार और आय के ज्ञात स्नेतों से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है. सरकारी अस्पताल की एक कनिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मल्लिका मार्कन्डेय पर ठीक से प्रसव न करा पाने का आरोप है.