चक्रवात के बाद कहर के निशान
बरहमपुर(ओडिशा): दक्षिण ओडिशा के सबसे बड़े शहर बरहमपुर में हर तरफ चक्रवात फैलिन के कहर के निशान बिखरे पड़े हैं और ऐसा लगता है जैसे यहां कोई जंग लड़ी गई हो. भारी बारिश के साथ चक्रवात ने शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गोपालपुर को सबसे पहले निशाना बनाया था. शहर और उसके […]
बरहमपुर(ओडिशा): दक्षिण ओडिशा के सबसे बड़े शहर बरहमपुर में हर तरफ चक्रवात फैलिन के कहर के निशान बिखरे पड़े हैं और ऐसा लगता है जैसे यहां कोई जंग लड़ी गई हो. भारी बारिश के साथ चक्रवात ने शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गोपालपुर को सबसे पहले निशाना बनाया था. शहर और उसके इर्दगिर्द के इलाके भी उसके जद में आ गए. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शहर में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई.
तूफान के साथ आई आंधी से ढेर सारे पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए. आंधी इतनी तेज थी कि कम से कम तीन मोबाइल टावर भी उड़ गए.
अनेक सरकारी इमारतों और निजी घरों की दीवारें गिर गईं. दुर्गा पूजा के पंडाल भी उड़ गए.खुदाशिंह के बाल सुधार गृह और खल्लीकोट ऑटोनोमस कालेज की चहारदीवारी भी गिर गई.पचास वर्षीय व्यापारी शंकर राव ने कहा, ‘‘मैंने अपनी जिंदगी में इस तरह की तबाही कभी नहीं देखी थी.’’ एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और अग्निशमन कर्मियों के साथ मिल कर जिला प्रशासन और पुलिस बल प्रमुख सड़कों को साफ करने में लगे हैं. पुलिस उपमहानिरीक्षक अमिताभ ठाकुर और पुलिस अधीक्षक अनिरुद्ध सिंह बचाव अभियान की देखरेख कर रहे हैं.प्राकृतिक आपदा में शहर के खाजा स्टरीट पर एक बड़ी झुग्गी बस्ती पूरी तरह तबाह हो गई. चक्रवात से एक दिन पहले नगरनिगम ने झुग्गीवासियों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया था.