नयी दिल्ली : जनगणना के धर्म आधारित ताजा आंकडों के अनुसार 2001 से 2011 के बीच 10 साल की अवधि में मुस्लिम समुदाय की आबादी में 0.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और यह 13.8 करोड़ से 17.22 करोड़ हो गयी, वहीं हिंदू जनसंख्या में 0.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी और इस अवधि में यह 96.63 करोड़ हो गयी.
जनगणना के आंकडे एकत्रित करने के चार साल से अधिक समय बाद आज धर्म आधारित आंकडे जारी किये गये वहीं जाति आधारित जनगणना के आंकडे अभी सार्वजनिक नहीं किये गये हैं. राजद, जदयू, सपा और द्रमुक तथा अन्य कुछ दल सरकार से जाति आधारित जनगणना जारी करने की मांग कर रहे हैं. जनसंख्या के सामाजिक आर्थिक स्तर पर आंकडे तीन जुलाई को जारी किये गये थे.
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त द्वारा आज जारी 2011 के धार्मिक जनगणना डाटा के अनुसार देश में 2011 में कुल जनसंख्या 121.09 करोड़ थी. इसमें हिंदू जनसंख्या 96.63 करोड़ (79.8 प्रतिशत), मुस्लिम आबादी 17.22 करोड़ (14.2 प्रतिशत), ईसाई 2.78 करोड़ (2.3 प्रतिशत), सिख 2.08 करोड़ (1.7 प्रतिशत), बौद्ध 0.84 करोड़ (0.7 प्रतिशत), जैन 0.45 करोड़ (0.4 प्रतिशत) तथा अन्य धर्म और मत :ओआरपी: 0.79 करोड़ (0.7 प्रतिशत) रही.
जनसंख्या के आंकडों के अनुसार 2001 से 2011 के बीच मुस्लिम आबादी में बढोतरी हुई और हिंदू जनसंख्या घटी. सिख समुदाय की आबादी में 0.2 प्रतिशत बिंदु (पीपी) की कमी आई और बौद्ध जनसंख्या 0.1 पीपी कम हुई.
ईसाइयों और जैन समुदाय की जनसंख्या में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ. साल 2001 के आंकडों के अनुसार भारत की कुल आबादी 102 करोड़ थी जिसमें हिंदुओं की आबादी 82.75 करोड़ (80.45 प्रतिशत) और मुस्लिम आबादी 13.8 करोड़ (13.4 प्रतिशत) थी.